विदेश की खबरें | म्यामां में सैन्य तख्तापलट पर क्षेत्र के देशों की प्रतिक्रिया पर नजर बनाये हुए है अमेरिका

वाशिंगटन, दो फरवरी अमेरिका ने सोमवार को संकेत दिया कि वह म्यामां में सैन्य तख्तापलट पर क्षेत्र के देशों की प्रतिक्रिया पर नजर बनाये हुए है।

राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान में कहा कि अमेरिका उन सभी (देशों) पर गौर कर रहा है जो इस मुश्किल वक्त में म्यामां के लोगों के साथ खड़े हैं।

बाइडन ने म्यामां में सेना के तख्तापलट की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग बर्मा में लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता के हस्तातंरण को पलटने के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह बनाने के साथ वहां लोकतंत्र एवं कानून के शासन की बहाली के लिए समूचे क्षेत्र एवं विश्व में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेंगे।’’

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी से दैनिक संवाददाता सम्मेलन में एक पत्रकार ने सवाल पूछा, ‘‘क्या यह संदेश संभवत: चीन के लिए है?’’

इस पर साकी ने कहा, ‘‘मैं समझती हूं कि यह क्षेत्र के देशों तथा उन सभी देशों को संदेश है जिन्हें पिछले कुछ दिनों में हुए इस पूरे घटनाक्रम पर जवाब देने या प्रतिक्रिया देने के लिए कहा जाएगा।’’

उन्होंने कहा कि अमेरिका क्षेत्र और दुनिया भर में अपने सहयोगियों के साथ कई स्तरों पर परामर्श कर रहा है।

सीनेटर बॉब मेनेंडेज जो सीनेट की विदेश मामलों की समिति के अगले अध्यक्ष होंगे, उन्होंने एक बयान में आंग सान सू ची एवं अन्य नेताओं को म्यामां सेना द्वारा हिरासत में लिए जाने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि असैन्य नेतृत्व वाली एक लोकतांत्रिक सरकार के गठन के लिए एक दशक तक प्रयास किए गए और अब एक बार फिर तख्तापलट होना म्यामां के लोगों के लिए त्रासद है।

उन्होंने कहा, ‘‘म्यामां की सेना रोहिंग्या लोगों के कत्लेआम और बर्मा के जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ निरंतर हिंसक अभियान के लिए जिम्मेदार है। उसे निश्चित रूप से म्यामां के लोकतांत्रिक नेताओं को तुरंत रिहा करना चाहिए और खुद सरकार से अलग हो जाना चाहिए।’’

अमेरिका के अन्य कई सांसदों ने भी म्यामां के घटनाक्रम की निंदा की है और कार्रवाई की मांग की है।

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