देश की खबरें | केन्द्रीय मंत्री ने सपा सांसद की राजपूत योद्धा राणा सांगा पर विवादास्पद टिप्पणी की निंदा की

जयपुर, 22 मार्च केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को राजस्थान के राजपूत योद्धा राणा सांगा पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन की विवादास्पद टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि राणा सांगा ने भारत की संस्कृति को सनातन बनाए रखने में बहुत बड़ा योगदान दिया है।

उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास की समीक्षा करने वाले एक हजार वर्ष बाद या जब भी समीक्षा करेंगे तो कभी बाबर और राणा सांगा की तुलना नहीं कर पाएंगे। शेखावत ने कहा, “महाराणा सांगा ने स्वतंत्रता की जो अलख जगाई थी, उसने न सिर्फ भारत को गुलाम होने से बचाया बल्कि भारत की संस्कृति को सनातन बनाए रखने में बहुत बड़ा योगदान दिया था।”

उन्होंने कहा कि कुछ ‘तुच्छ बुद्धि’ और ‘छोटे हृदय’ के लोग ऐसी चर्चाएं करते हैं।’’

शेखावत ने जयपुर में संवाददाताओं से कहा, “मुझे लगता है कि इन चर्चाओं की कोई गुंजाइश नहीं है।”

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सांसद रामजीलाल सुमन यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा बाबर को लाए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले कहते हैं कि बाबर का डीएनए मुसलमानों में है।

सुमन ने कहा, “हिन्दुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता बल्कि वे मोहम्मद साहब और सूफी संतों की परंपराओं को अपना आदर्श मानते हैं।’’

सांसद ने कहा कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा बाबर को लाया था।

सुमन ने कहा, ‘‘ मुसलमान तो बाबर की औलाद है, और तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय होना चाहिए।” राणा सांगा या संग्राम सिंह प्रथम 1508 से 1528 तक मेवाड़ (राजस्थान) के शासक थे।

उन्हें मुगल साम्राज्य के एक विरोधी के रूप में जाना जाता है।

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