रायगढ़ के संरक्षक मंत्री का पद ‘गुंडों’ के पास नहीं होना चाहिए: संजय राउत का शिवसेना पर कटाक्ष
Credit-(X,@ians_india)

मुंबई, 2 मई : शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को रायगढ़ जिले के संरक्षक मंत्री पद को लेकर शिवसेना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पद 'गुंडों' के पास नहीं होना चाहिए. सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में सहयोगी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के बीच रायगढ़ के संरक्षक मंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व में महिला एवं बाल विकास मंत्री और राकांपा नेता अदिति तटकरे को जिले का संरक्षक मंत्री नियुक्त किया था. इस कदम से शिवसेना नाराज हो गई क्योंकि उसके पार्टी नेता और रोजगार गारंटी मंत्री भरत गोगावले भी इस पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे थे. गोगावले रायगढ़ में महाड का प्रतिनिधित्व करते हैं.

फडणवीस ने फिलहाल मंत्री पद पर फैसला टाल दिया है. राउत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘ रायगढ़ जैसे जिले के संरक्षक मंत्री का पद गुंडों के पास नहीं होना चाहिए बल्कि ऐसे व्यक्ति के पास होना चाहिए जो संयमित हो और भ्रष्टाचार से लड़ सके.’’ उन्होंने कहा कि तटकरे एक काबिल मंत्री हैं और राज्य का युवा चेहरा हैं. वह रायगढ़ जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं और जिले को अच्छी तरह जानती हैं. राउत ने कहा, ‘‘ वह धैर्यवान हैं, भ्रष्ट नहीं हैं.’’ यह भी पढ़ें :नवी मुंबई के दंपत्ति के खिलाफ कंपनी से 64 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज

संरक्षक मंत्री पद को लेकर विवाद का एक स्थानीय पहलू भी है. अदिति तटकरे के पिता राकांपा के सुनील तटकरे रायगढ़ लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में से तीन शिवसेना के पास हैं, जबकि राकांपा, शिवसेना (उबाठा) और भाजपा के पास एक-एक सीट है.