दिल्ली के लिए उड़ान भरने के बाद विमान में आग लगी, सभी 185 लोग सुरक्षित

यहां हवाई अड्डे से सुरक्षा चिंता हमेशा जुड़ी रही है क्योंकि आसपास घनी आबादी है, मांस, मछली और कुक्कुट उत्पाद बेचने वाले बाजार हैं जिससे पक्षियों से टकराने का खतरा अक्सर बढ़ जाता है. इससे पहले 17 जुलाई, 2020 को यह हवाई अड्डा तब सुर्खियों में आया था जब दिल्ली जा रहा बोइंग 737 विमान उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एक आवासीय कॉलोनी में गिर गया था.

(Photo Credits: Pixabay)

पटना: पटना (Patna) से रविवार को दिल्ली (Delhi) जा रही स्पाइसजेट (SpiceJet) की एक उड़ान के करीब 200 यात्री तब बाल-बाल बच गये जब उनके विमान में उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद आग लग गई और वह कुछ मिनट बाद आपात स्थिति में यहां हवाई अड्डे (Airport) पर उतर गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. स्पाइसजेट के इस विमान ने दोपहर करीब सवा 12 बजे यहां से उड़ान भरी थी. पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह (Chandrashekhar Singh) के अनुसार उसमें आग लगने के शीघ्र बाद स्थानीय प्रशासन को कॉल आने लगे. Delhi: PM मोदी ने प्रगति मैदान टनल और 5 अंडरपास का किया उद्घाटन, कचरा उठाकर दिया सफाई का संदेश

जिलाधिकारी ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘कई लोगों, खासकर समीपवर्ती फुलवारी शरीफ के लोग विमान में लपटें उठती देख आनन-फानन में फोन करने लगे. सौभाग्य से विमान में सवार सभी 185 लोग सुरक्षित हैं.’’

जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक अंचल प्रकाश ने कहा कि प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक विमान से उनके गंतव्य तक पहुंचाने का इंतजाम किया गया.

स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा, ‘‘उड़ान भरने पर कॉकपिट में चालक दल को संदेह हुआ कि कोई पक्षी इंजन- 01 से टकरा गया है. एहतियात के तौर पर और मानक संचालन प्रक्रिया के तहत कैप्टन ने प्रभावित इंजन को बंद कर दिया और पटना लौटने का फैसला किया.’’

उसने कहा, ‘‘विमान सुरक्षित ढंग से पटना में उतरा और यात्री सुरक्षित तरीके से उतरे. बाद में निरीक्षण के दौरान पता चला कि पंखे के तीन ब्लेड पक्षी की टक्कर से क्षतिग्रस्त हो गये थे.’’ कई यात्रियों ने मीडियाकर्मियों से अपना अनुभव साझा किया, उनके चेहरे पर भय एवं राहत का मिलाजुला भाव था.

एक युवा ने कहा, ‘‘विमान के उड़ान भरने से पहले मैं सुस्त-सा और नींद जैसी स्थिति में हवाई अड्डे पर आया था. कुछ मिनटों में एक झटके ने मुझे जगा दिया. विमान के उतरने के बाद मुझे अहसास हुआ कि मैं कितना सौभाग्यशाली था.’’

एक बुजुर्ग महिला ने कहा, ‘‘ पूरा विमान हिल रहा था. हम बुरी तरह डर गये थे और चालकदल के सदस्य हमें तसल्ली देने में व्यस्त थे. हमें प्रारंभ में कहा गया कि वमान बिहटा या आरा में हवाई पट्टी पर उतरेगा. सौभाग्य से यह इसी हवाईअड्डे पर उतर गया.’’

उन्होंने सूझबूझ दिखाने के लिए पायलट को आशीर्वाद दिया जिससे वह मिली भी नहीं है. हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि आपात स्थिति में विमान उड़ान भरने के महज दस मिनट में हवाईअड्डे पर उतर गया. हालांकि कई यात्रियों ने दावा किया कि वे विमान में 15-20 तक मिनट रहे.

यहां हवाई अड्डे से सुरक्षा चिंता हमेशा जुड़ी रही है क्योंकि आसपास घनी आबादी है, मांस, मछली और कुक्कुट उत्पाद बेचने वाले बाजार हैं जिससे पक्षियों से टकराने का खतरा अक्सर बढ़ जाता है. इससे पहले 17 जुलाई, 2020 को यह हवाई अड्डा तब सुर्खियों में आया था जब दिल्ली जा रहा बोइंग 737 विमान उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एक आवासीय कॉलोनी में गिर गया था और छह स्थानीय लोगों समेत 60 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. यह विमान कोलकाता से आ रहा था. इस हवाई अड्डे को शहर से बिहटा स्थानांतरित करने पर काम बहुत धीमी गति से चल रहा है. बिहटा यहां से 30 किलोमीटर दूर है.

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