आजादी के बाद सत्ता में रहे लोगों को अपनी ही संस्कृति पर शर्म आती थी: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दावा किया कि आजादी के बाद सत्ता में रहे लोग पूजा स्थलों के महत्व को नहीं समझ सके और उन्होंने राजनीतिक वजहों से अपनी ही संस्कृति पर शर्मिंदा होने की प्रवृत्ति स्थापित की.
गुवाहाटी, 4 फरवरी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को दावा किया कि आजादी के बाद सत्ता में रहे लोग पूजा स्थलों के महत्व को नहीं समझ सके और उन्होंने राजनीतिक वजहों से अपनी ही संस्कृति पर शर्मिंदा होने की प्रवृत्ति स्थापित की. गुवाहाटी में 11,600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शरुआत करने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कोई भी देश अपना इतिहास मिटाकर प्रगति नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, पिछले 10 साल में स्थिति बदली है.’’ मोदी ने कहा कि जिन परियोजनाओं की उन्होंने शुरुआत की उससे न केवल पूर्वोत्तर में बल्कि बाकी के दक्षिण एशिया में संपर्क सुविधा मजबूत होगी. यह भी पढ़ें : नवी मुंबई में ऑनलाइन धोखाधड़ी में व्यक्ति ने 10.13 लाख रुपये गंवाए, चार के खिलाफ मामला दर्ज
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल में असम में शांति लौटी है और 7,000 से अधिक लोगों ने हथियार छोड़े हैं और मुख्यधारा में लौटे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दशक में क्षेत्र में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आए हैं.’’