West Bengal: कोलकाता पुलिस का दावा, सीएम ममता बनर्जी के आवास में घुसने से पहले व्यक्ति ने क्षेत्र की 7 बार रेकी की
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास में पिछले सप्ताह घुसपैठ करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने इससे पहले कम से कम सात बार इलाके की रेकी की। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) के आवास में पिछले सप्ताह घुसपैठ करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने इससे पहले कम से कम सात बार इलाके की रेकी की. कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. मामले की छानबीन के लिए गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जांच से पता चला कि रेकी के दौरान आरोपी ने अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके मुख्यमंत्री के आवास की तस्वीरें लीं और स्थानीय बच्चों को टॉफियां देकर कालीघाट इलाके में आवास के बारे में जानकारी जुटाई. दो-तीन जुलाई की रात में हाफिजुल मुल्ला सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए बनर्जी के आवास में घुस गया. सुबह सुरक्षा कर्मियों को परिसर में उसकी मौजूदगी की जानकारी मिली.
अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपी काफी समय से इलाके में आवाजाही कर रहा था। वह कम से कम सात बार वहां गया था. वह जब भी वहां जाता था तो बच्चों को टॉफियां देकर उनसे मुख्यमंत्री आवास के संबंध में जानकारी लेने की कोशिश करता था. हमें उसके मोबाइल फोन में मुख्यमंत्री के आवास की कई तस्वीरें मिली हैं. जांच से यह भी पता चला कि मुल्ला कम से कम 11 सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहा था और बांग्लादेश के साथ-साथ झारखंड और बिहार के कुछ मोबाइल नंबर पर कॉल करता था. यह भी पढ़े: बंगाल:- सीएम आवास पर सुरक्षा में सेंध को लेकर विवेक सहाय पुलिस निदेशक पद से हटाए गए
हालांकि, उन्होंने कहा कि वह क्या बातचीत करता था, इस बारे में अभी पता नहीं चल पाया है. आरोपी पिछले साल दुर्गा पूजा के दौरान बांग्लादेश की सीमा पार कर गया था और वहां कुछ दिनों तक रहा था। पड़ोसी देश में उसकी गतिविधियों के बारे में जानने के लिए उससे पूछताछ की जा रही है. एक सवाल के जवाब में पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसे संकेत हैं कि मुल्ला का संबंध किसी आतंकी संगठन से हो सकता है। लेकिन अभी तक कुछ भी स्थापित नहीं हुआ है.
इस बीच, शहर की एक अदालत ने सोमवार को मुल्ला की पुलिस हिरासत 18 जुलाई तक बढ़ा दी. घुसपैठ की वजह से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे कि व्यक्ति मुख्यमंत्री को मिली ‘जेड-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा को कैसे पार कर गया। घटना के बाद, अधिकारियों ने मुख्यमंत्री आवास और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी और निदेशक (सुरक्षा) विवेक सहाय को उनके पद से हटा दिया.
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