जयपुर, 11 मई राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि अपने पराए की बात करने वाले और गुटबाजी करने वाले अपने जीवन में कभी सफल नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि सबको साथ लेकर चलने वाले ही लोकतंत्र में सफल होते हैं और उन्होंने अपने जीवन में हमेशा यही प्रयास किया है।
गहलोत यहां कांग्रेस नेता पंडित दिवंगत नवल किशोर शर्मा की प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में कामयाब वही होता है जो सबको साथ लेकर चलता है। जो अपने पराए की बात करता है जो गुटबाजी पैदा करता है कभी कामयाब नहीं हो सकता जिंदगी में। ये भावना रखना जरूरी है।’’
गहलोत ने हालांकि अपने संबोधन में किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मुद्दों को लेकर बृहस्पतिवार को अजमेर से 'जन संघर्ष पदयात्रा' शुरू की है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘एक कहावत है कि आप बड़ी लाइन खींचो, बजाय कि दूसरे की लाइन काटो। हमेशा मैंने वहीं काम किया।’’ गहलोत ने कहा, ‘‘लाईन बड़ी खींचने के लिए (पार्टी के प्रति) पूरी निष्ठा, पूरी ईमानदारी, पूरी प्रतिबद्धता चाहिए। ...पार्टी की नीतियों व उसके सिद्धांतों के प्रति जिंदगी लगा दी मैंने।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘(पार्टी) नेता के प्रति विश्वास जीतने के लिए आपको पार्टी के लिए प्रतिबद्धता से काम करना पड़ता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग गुटबाजी में लिप्त हैं... थारी-म्हारी करते हैं... वह कभी कामयाब नहीं हो सकते। ऐसे लोग पार्टी के निष्ठावान नहीं होते। लॉयल्टी (वफादारी) बहुत जरूरी है।’’
गहलोत ने कहा कि वह अपने राजनीतिक करियर में लोगों को जोड़ते हुए आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा, "किसी का भी आदमी हो, मैंने उस समय सभी को इस सोच के साथ चुना कि वह कांग्रेस, पार्टी आलाकमान और सोनिया गांधी का व्यक्ति है। मैंने सभी का सम्मान और मान किया और लोगों का दिल जीतकर आगे बढ़ा।"
मुख्यमंत्री गहलोत ने भाजपा पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि असली मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी हैं न कि विभाजनकारी राजनीति।
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