लखनऊ, चार सितंबर डॉक्टर शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में बीएड की एक छात्रा का शव छात्रावास के कमरे में फंदे से लटका मिलने के बाद विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, बीएड कर रही दिव्यांग छात्रा अंजलि यादव (26) को शनिवार की रात उसकी सहपाठियों ने छात्रावास के कमरे में फंदे पर लटका देखा और इसकी सूचना विश्वविद्यालय प्रशासन को दी। अंजलि को अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों ने शनिवार रात को ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जो रविवार को भी जारी रहा।
काकोरी के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) आशुतोष कुमार ने बताया, ‘‘अंजलि के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।’’ एसीपी ने बताया कि घटना को लेकर लड़की के परिवार वालों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है।
इस बीच, प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया कि अंजलि को कुछ शिक्षकों ने प्रताड़ित किया जिससे मजबूर होकर उसने ऐसा कदम उठाया है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने घटना की विशेष जांच और विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव और प्रॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
घटना के संदर्भ में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अमित कुमार ने कहा, ‘‘घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और हमने मामले की जांच के लिए एक आंतरिक समिति का गठन किया है।’’
प्रदर्शनकारी छात्रों के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘केवल कुछ छात्र विश्वविद्यालय के गेट के बाहर विरोध कर रहे हैं। हम उनके संपर्क में हैं। विरोध जल्द ही समाप्त हो जाएगा।"
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