Patna: बिहार (Bihar) की राजधानी में ठंड की मार झेल रहे बेघरों के बीच जाकर मंगलवार की रात उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने और अन्य समस्याओं के बारे में जाना. कैजुअल जींस और जैकेट पहने 33 वर्षीय तेजस्वी ने अपनी कार से बहादुरपुर और आर ब्लॉक जैसी जगहों पर पहुंचे और फ्लाई ओवर के नीचे फुटपाथ पर सो रहे बेघरों को कड़ाके की सर्दी से बचाव के लिए अपने हाथों से कंबल ओढाया और उनसे पूछा कि वे रैन बसेरा और निःशुल्क आश्रय गृहों के बजाए यहां क्यों सो रहे हैं? फुटपाथ पर सो रहे एक व्यक्ति ने जब तेजस्वी को बताया कि उसके पास आधार कार्ड नहीं होने के कारण उसे रैन बसेरा में जगह नहीं मिल पायी है, राजद नेता ने उसे तत्काल आधार कार्ड बनवाने की सलाह दी.
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें रैन बसेरा के बारे में जानकारी नहीं होने और आधार कार्ड नहीं होने के कारण सड़क पर सोने की बात कही है. उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में जगह मिलने की प्रक्रिया को और सरल बनाया जाएगा. राजद नेता ने इस दौरान तंबू वाले एक आश्रय में गए और वहां रह रहे लोगों के लिए की गयी व्यवस्थाओं के बारे में जाना, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों, रौशनी की व्यवस्था का निरीक्षण किया तथा वहां मौजूद अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने वहां रहने वालों से उनकी कठिनाईयों के बारे जाना और उन्हें यह भी बताया कि पास के सार्वजनिक शौचालयों में निर्देश दिए गए हैं कि सुविधा का उपयोग करने वालों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाए.
सड़क के किनारे, पुल-फ्लाईओवर के नीचे कड़ाके के ठंड में सो रहे ग़रीब भाइयों को निजी कोष से कंबल बाँटे तथा उनसे वार्तालाप कर उनकी विभिन्न समस्याओं और अपेक्षाओं को जाना। pic.twitter.com/UVsykFtb7M
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 21, 2022
एक युवक के यह कहने पर कि वह नौकरी की तलाश में शहर में आया है, राजद नेता ने जवाब दिया, ‘‘मंगलवार को हमारे मंत्रिमंडल ने गृह विभाग में 75,000 पदों को मंजूरी दी है. कोशिश करो. आप भाग्यशाली लोगों में से एक हो सकते हैं.’’ इसी बीच पत्रकारों से बातचीत में राजद नेता ने कहा, ‘‘पटना में, यह भाजपा है जो सभी विधानसभा और संसदीय चुनाव जीतती है. क्या आप उनके किसी नेता को इस तरह सड़कों पर निकलते हुए देखते हैं. हमें यहां वोट नहीं मिलता है लेकिन हमारे लिए लोग ज्यादा मायने रखते हैं.’’ वहां मौजूद लोगों में एक को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘उनके पापा (राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद) वह पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने रैन बसेरे बनवाए थे. सत्ता परिवर्तन के बाद किसी ने हमारा हाल-चाल पूछने की जहमत नहीं उठाई.
अब बेटा सत्ता में है और उसमें भी वही करुणा दिख रही है जिसके लिए उसके पिता जाने जाते थे.’’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा भाजपा से नाता तोड़कर अगस्त, 2022 में राजद के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाए जाने के बाद तेजस्वी फिर से बिहार के उपमुख्यमंत्री बन गए हैं.इससे पूर्व तेजस्वी को छठ पर्व से पहले गंगा किनारे घाटों का निरीक्षण करते देखा गया था. स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी मंत्री के रूप में उन्होंने शहर के सभी सरकारी अस्पतालों में औचक निरीक्षण भी किया था और अपने कर्तव्यों के निर्वहन में ढिलाई बरतने वाले कर्मचारियों की खिंचाई भी की थी.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)