देश की खबरें | शाक्य कालोनी में शिक्षक ने फांसी लगाई

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. नेपाली मूल के एक बौद्ध शिक्षक का शव यहां शाक्य एकेडमी में उनके कमरे में छत से लटकता मिला। यह जानकारी पुलिस ने दी।

एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

देहरादून, एक नवंबर नेपाली मूल के एक बौद्ध शिक्षक का शव यहां शाक्य एकेडमी में उनके कमरे में छत से लटकता मिला। यह जानकारी पुलिस ने दी।

राजपुर पुलिस थाने के प्रभारी राकेश शाह ने रविवार को बताया कि लुआंग लेखफा का शव कल शनिवार देर शाम यहां एकेडमी में स्थित उनके कमरे में छत से लटका मिला।

यह भी पढ़े | कोरोना के आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2618 नए मामले, 16 की मौत: 1 नवंबर 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.

उन्होंने कहा कि प्रथमदृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और जांच शुरू कर दी गयी है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि कमरे से बरामद सुसाइड नोट में मृतक शिक्षक ने इस आत्मघाती कदम के लिए अपने अपराधबोध को जिम्मेदार ठहराया है। अधिकारी ने बताया कि सुसाइड नोट में कहा गया है कि उनके वरिष्ठ सहयोगी ने उन्हें अपना मोबाइल फोन जमा कराने को कहा था लेकिन उनकी आज्ञा न मानने के कारण वह अपराधबोध से ग्रस्त थे।

यह भी पढ़े | Rajasthan Gujjar Protest: आंदोलनकारियों ने भरतपुर में ब्लॉक किया रेलवे ट्रैक, 7 ट्रेनों की किया गया डायवर्ट.

यह पूछे जाने पर कि इतनी छोटी सी बात पर शिक्षक ने अपनी जान क्यों ली होगी, शाह ने कहा कि उनका मोबाइल फोन कुछ नेपाली छात्रों द्वारा कुछ तस्वीरों को वायरल कराने के लिए इस्तेमाल किया गया था जिससे अकादमी के साथ ही उस वरिष्ठ शिक्षक की छवि भी धूमिल हुई थी।

शाह ने कहा कि हाल ही में अकादमी के कुछ छात्रों द्वारा सामूहिक रूप से छुट्टी मांगे जाने के दौरान वरिष्ठ श़िक्षक ने कथित तौर पर उन्हें पीटा था। उन्होंने कहा कि बाद में छात्रों ने अपने घावों को दिखाते हुए तस्वीरों को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था और दावा किया था कि उक्त वरिष्ठ शिक्षक की पिटाई से उन्हें चोटें आई हैं।

अधिकारी ने बताया कि शिकायत करने वाले छात्रों में से चार उत्तराखंड की बनबसा सीमा से अपने देश नेपाल भाग गए।

हांलांकि, पुलिस अधिकारी ने कहा कि वरिष्ठ शिक्षक ने छात्रों की पिटाई की बात से इंकार किया।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\