
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल मुंबई आंतकी हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को बृहस्पतिवार रात दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने अदालत से राणा को 20 दिन के लिए हिरासत में देने का अनुरोध किया। अदालत द्वारा शीघ्र ही अपना आदेश सुनाए जाने की संभावना है।
राणा को जेल वैन, बख्तरबंद विशेष वाहन और एक एम्बुलेंस सहित कई वाहनों के काफिले में पटियाला हाउस अदालत में लाया गया।
राणा को एनआईए के विशेष न्यायाधीश चंद्रजीत सिंह के समक्ष पेश किया गया।
सूत्रों के अनुसार एनआईए ने विभिन्न ईमेल सहित पुख्ता सबूतों का हवाला देते हुए राणा से पूछताछ के लिए 20 दिनों की हिरासत का अनुरोध किया।
एजेंसी ने अदालत को बताया कि 2008 के हमलों के पीछे की बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए राणा से पूछताछ जरूरी है।
एजेंसी ने अदालत को यह भी बताया कि हमलों की साजिश में उसकी भूमिका की जांच करनी है।
एनआईए ने कहा कि आपराधिक साजिश के तहत, आरोपी नंबर एक डेविड कोलमैन हेडली ने भारत आने से पहले राणा के साथ पूरी साजिश (मुंबई आंतकी हमला) पर चर्चा की थी।
वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और विशेष सरकारी अभियोजक नरेन्द्र मान ने एनआईए का प्रतिनिधित्व किया।
कार्यवाही से पहले न्यायाधीश ने राणा से पूछा कि क्या उसके पास कोई वकील है।
राणा ने जब कहा कि उसके पास कोई वकील नहीं है, तो न्यायाधीश ने उसे बताया कि दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से उसे वकील मुहैया कराया जा रहा है। इसके बाद, वकील पीयूष सचदेवा को उसका प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त किया गया।
दलीलें सुनने के बाद अदालत ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया।
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