देश की खबरें | तमिलनाडु निकाय चुनाव: द्रमुक ने जीत का सिलसिला बरकररार रखा

चेन्नई, 13 अक्टूबर तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने नवगठित नौ जिलों के द्विस्तरीय स्थानीय निकाय चुनावों में जीत दर्ज कर अन्नाद्रमुक को एक और झटका दिया है। इस पहले द्रमुक ने गत छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और अब स्थानीय निकाय चुनाव में विजयी होकर जीत का सिलसिला बरकरार रखा है।

अपनी पार्टी को एक बार फिर शानदार जीत दिलाने में कामयाब रहे मुख्यमंत्री एवं द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने बुधवार को एक बयान में कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव नतीजों ने राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक के पांच माह के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों पर मुहर लगा दी है।

इस बीच, विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने सत्तारूढ़ दल पर स्थानीय निकाय चुनाव में हिंसा का सहारा लेकर ''पिछले दरवाजे'' से जीत दर्ज करने का आरोप लगाया।

स्थानीय निकाय चुनाव के लिए दो चरणों में छह और नौ अक्टूबर को मतदान हुआ था। दो चरणों के मतदान की मतगणना मंगलवार को शुरू हुई थी जिसमें द्रमुक ने बढ़त लेते हुए बहुमत प्राप्त किया।

छह अक्टूबर को 39 यूनियन में मतदान हुआ था, जबकि शेष 35 यूनियन में नौ अक्टूबर को कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, वेल्लोर, रानीपेट, तिरुपथुर, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची, तिरुनेलवेली और तेनकासी जिलों में मतदान हुआ। राज्य में 140 जिला पंचायत वार्ड सदस्यों, 74 पंचायत यूनियन, 1,381 पंचायत यूनियन वार्ड सदस्यों, 2,901 ग्राम पंचायत अध्यक्षों और 22,581 ग्राम पंचायत वार्ड पार्षदों सहित 27,003 पदों को भरने के लिए चुनाव हुए।

स्टालिन ने स्थानीय निकाय चुनाव में जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवारों से विकास कार्यों में जरा भी लापरवाही नहीं करने का आह्वान किया ताकि द्रमुक के कार्यों में विश्वास जताने वाली जनता का भरोसा कायम रहे।

अन्नाद्रुमक के संयोजक ओ पन्नीरसेल्वम और सह-संयोजक के पलानीस्वामी ने एक संयुक्त बयान में कहा कि जिस तरह से चुनाव आयोजित किए गए उनका दल शुरुआत से इसका विरोध कर रहा था और यहां तक कि अन्नाद्रमुक ने अदालत का रुख भी किया था।

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