नयी दिल्ली, 12 सितंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय से पश्चिम बंगाल में सुरक्षा को लेकर न्यायिक अधिकारियों की ओर से जताई गई चिंता का संज्ञान लेने का आग्रह किया और साथ ही आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चाहती हैं कि राज्य में ‘प्रतिबद्ध न्यायपालिका’ हो।
पश्चिम बंगाल में डायमंड हार्बर उपमंडलीय अदालत के वरिष्ठ न्यायिक अधिकारियों ने रविवार रात एक व्यक्ति को कथित तौर पर उनके आवासीय परिसर के बाहर घूमते हुए देखा था। इसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई प्रकट की थी।
अधिकारियों को संदेह है कि वह व्यक्ति विशेष रूप से यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम से संबंधित मामलों से जुड़े हालिया न्यायिक आदेशों के बाद न्यायपालिका में डर पैदा करने और इसके कामकाज में बाधा डालने के लिए परिसर में बिजली आपूर्ति ठप करना चाहता था।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘‘मामला डायमंड हार्बर उपमंडलीय अदालत से संबंधित है, जो उस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है जहां से ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी सांसद हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह वह क्षेत्र है जहां खुलेआम गुंडागर्दी चल रही है। वहां कोई कानून नहीं है, कोई पुलिस नहीं है... ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी ही राज करते हैं।’’
पात्रा ने आरोप लगाया कि कहीं न कहीं न्यायिक अधिकारियों के मन में डर पैदा करने की कोशिश की गई क्योंकि अदालत ने पॉक्सो कानून के तहत आरोपी कुछ प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को न्यायिक हिरासत या पुलिस हिरासत में भेजने की पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका खारिज कर दी थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी पश्चिम बंगाल में प्रतिबद्ध न्यायपालिका चाहती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह गंभीर प्रकृति का मामला है। उच्चतम न्यायालय को पश्चिम बंगाल के न्यायिक अधिकारियों के मन में डर पैदा करने की कोशिश के मुद्दे पर संज्ञान लेना चाहिए।’’
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