लखनऊ: अमेठी के संयुक्त जिला चिकित्सालय के अधीक्षक का कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के तीमारदारों से रेमडेसिविर इंजेक्शन का कथित रूप से पांच हजार रुपये लेते हुए वीडियो वायरल होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने उनको अधीक्षक पद से हटा दिया है और मामले की जांच का आदेश दिया है. सूत्रों के मुताबिक कोविड अस्पताल एल-टू संयुक्त जिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. एके अजीजी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद उनके स्थान पर डॉ. आरपी गिरि को प्रभार सौंपा गया था.
आरोपों के अनुसार अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने के लिए डॉ. आरपी गिरि तीमारदारों से पांच-पांच हजार रुपये ले रहे थे जिसका वीडियो वायरल हो गया है. सीएमओ अमेठी डॉ आशुतोष दूबे ने बताया कि मामले पर तत्काल संज्ञान लेते हुए डॉ. गिरि को पद से हटा दिया गया है. यह भी पढ़े: UP में कोरोना का कहर बदस्तूर जारी, 24 घंटों में 249 संक्रमितों की मौत, 26 हजार से ज्यादा ने दी मात
मामले की जांच अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रामप्यारे और डॉ. नवीन कुमार मिश्रा को सौंपी गयी है. जांच रिर्पोट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी वहीं आरोपी डॉ गिरि ने कहा कि वह निर्दोष हैं और उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.
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