रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती और विदेश मंत्रालय के अनुसार, विस्फोट दूतावास के कांसुलर सेक्शन के प्रवेश द्वार पर उस समय हुआ, जब एक रूसी राजनयिक वीजा के लिए बाहर कतार में खड़े लोगों के नाम पुकारने के लिए निकल कर आए. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट समूह ने सोमवार देर रात इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने दूतावास के प्रवेश द्वार पर खुद को विस्फोट कर उड़ा दिया.
हालांकि, सोमवार का हमला, तालिबान के सत्ता हथियाने के बाद काबुल में किसी विदेशी राजनयिक मिशन को निशाना बनाने वाली पहली घटना है. इन हमलों में लगातार तालिबान की स्थिति या अल्पसंख्यक समूहों, विशेष रूप से शियाओं की मस्जिदों को निशाना बनाया है. यह भी पढ़ें : IED Blast In Burkina Faso: पश्चिम अफ्रीका के बुर्किना फासो में IED ब्लास्ट, 35 की मौत 37 नागरिक घायल
आम तौर पर उन्हें अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी पर दोषी ठहराया गया है, जो तालिबान का विरोध करता है और शियाओं से नफरत करता है. हालांकि, यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि आतंकवादियों ने विशेष रूप से रूसी दूतावास को क्यों निशाना बनाया.