मुंबई, 29 मई शेयर बाजारों में बढ़त का सिलसिला शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन जारी रहा। कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी तथा वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख के बावजूद एफएमसीजी, वित्तीय और बैंकिंग कंपनियों के शेयरों में बढ़त से बाजार में तेजी आई।
निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि अगले सप्ताह देश में लॉकडाउन नियमों में और ढील दी जाएगी। हालांकि, वे चौथी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़ों से पहले सतर्क बने हुए थे।
आंकड़े बाजार बंद होने के बाद जारी किए गए जिसके अनुसार पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही जनवरी-मार्च में जीडीपी वृद्धि दर मात्र तीन दशमलव एक प्रतिशत और पूरे वित्त वर्ष की वृद्धि चार दशमलव दो प्रतिशत रही।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 223.51 अंक या 0.69 प्रतिशत की बढ़त के साथ 32,424.10 पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में कमजोर खुलने के बाद दोपहर में बाजार ने रफ्तार पकड़ी और यह लाभ के साथ बंद हुआ।
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इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 90.20 अंक या 0.95 प्रतिशत की बढ़त के साथ 9,580.30 अंक पर बंद हुआ। यह कारोबार के दौरान 9,598.85 से 9,376.90 अंक के दायरे में रहा।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,751.51 अंक चढ़ा। वहीं निफ्टी भी सप्ताहिक आधार पर 90.20 अंक या 5.71 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी में सबसे अधिक 5.2 प्रतिशत की बढ़त रही। बजाज ऑटो, आईटीसी, सनफार्मा, नेस्ले इंडिया, एलएंडटी और हीरो मोटोकॉर्प के शेयर भी लाभ में रहे।
वहीं दूसरी ओर इन्फोसिस, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, टीसीएस और टाइटन के शेयर 2.25 प्रतिशत तक टूट गए।
विश्लेषकों ने कहा कि कुछ विशेष शेयरों में गतिविधियों के अलावा विदेशी कोषों के प्रवाह से भी घरेलू निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘भारतीय बाजारों ने एक बार फिर वैश्विक बाजारों के उलट प्रदर्शन किया है।’’
जसानी ने कहा कि तेल एवं गैस, सामग्री और इंजीनियरिंग शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। इन कंपनियों के शेयरों में बड़ी संख्या में लेनदेन हुआ, लेकिन बाजार में इसका अधिक प्रभाव नहीं दिखा। इसका तात्पर्य है कि दो संस्थानों के बीच शेयरों का लेनदेन हुआ।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 1.90 प्रतिशत तक का लाभ रहा।
अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव से वैश्विक बाजारों में गिरावट आई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के हांगकांग के लिए सुरक्षा कानून पर जल्द प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 2,354.14 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। अंतरबैंक विदेशी विनियम बाजार में रुपया 14 पैसे की बढ़त के साथ 75.62 प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग के हैंगसेंग और जापान के निक्की में गिरावट आई। वहीं चीन का शंघाई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में चल रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 2.33 प्रतिशत टूटकर 35.19 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
देश में एक दिन में सबसे अधिक 7,466 कोरोना वायरस के मामले आए हैं। इस वजह से भारतीय बाजारों में उतार-चढ़ाव रहा। देश में कोविड-19 के मामले 1.65 लाख के पार निकल गए हैं। अब तक यह महामारी 4,706 लोगों की जान ले चुकी है।
वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण का आंकड़ा 58.10 लाख हो गया है। दुनियाभर में यह महामारी 3.60 लाख लोगों की जान ले चुकी है।
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