कोलकाता, छह जून भारतीय कोच इगोर स्टिमक चाहते थे कि उनकी टीम स्टार खिलाड़ी सुनील छेत्री के आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच को यादगार बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करे और अपने खिलाड़ियों के ऐसा करने में विफल रहने के बाद कोच ने गुरुवार को यहां पासिंग में टीम की ‘गुणवत्ता की कमी’ को जिम्मेदार ठहराया।
छेत्री ने अपने अंतिम मैच में भी प्रभावित किया लेकिन टीम मौकों को भुनाने में विफल रही और 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफाइंग के महत्वपूर्ण मैच में कुवैत के साथ गोल रहित ड्रॉ पर संतोष करना पड़ा जिससे अगले दौर में जाने की उसकी संभावनाओं को झटका लगा।
स्टिमक ने कहा, ‘‘हम परिणाम से निश्चित रूप से निराश हैं। मैच कठिन था, जैसा कि हमने उम्मीद की थी। आज रात ड्रॉ यथार्थवादी है, उन्होंने खेल को बहुत बेहतर और अधिक आत्मविश्वास के साथ शुरू किया - पासिंग, पासिंग की गति और आगे बढ़ने के मामले में।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें तैयार होने और गेंद को पास करने में कुछ समय लगा। आज रात हमारी सबसे बड़ी समस्या सामान्य पासिंग की गति थी - यह पर्याप्त नहीं थी। यहां तक कि कुछ क्षणों में, जब हमने उन पर दबाव डाला तो फॉरवर्ड की मदद करने के लिए पासिंग में कोई गुणवत्ता नहीं थी।’’
स्टिमक ने कहा, ‘‘यही कारण नहीं है कि हम जीत नहीं पाए, हम गोल के सामने अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और आज रात हमारा सबसे अच्छा खिलाड़ी गुरप्रीत था जो एक अच्छा संकेत नहीं है। यहां ऐसा गोलकीपर होना शानदार है जिस पर हमें कभी संदेह नहीं था।’’
ड्रॉ का मतलब था कि लंबे समय तक सेवा देने वाले भारतीय कप्तान को आंसुओं के साथ विदाई देनी पड़ी जो 151 अंतरराष्ट्रीय मैच में 94 गोल के अपने रिकॉर्ड में कोई इजाफा नहीं कर पाए।
स्टिमक ने कहा, ‘‘मुझे सुनील के लिए बहुत दुख है, वास्तव में दुख है कि वह जीत के साथ नहीं गया।’’
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