तिरुवनंतपुरम, 11 अक्टूबर केरल सरकार ने शुक्रवार को कहा कि परिवहन निगम अपने परिचालन को बेहतर और जनता के लिए लाभकारी बनाने के लिए विभिन्न उपायों पर विचार कर रहा है, जिसमें केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) डिपो को बेहतर मार्गों को चुनने की अनुमति देना, बसों को सीएनजी में परिवर्तित करना और हर घर तक ‘कूरियर’ सेवा की सुविधा प्रदान करना शामिल है।
केएसआरटीसी के संचालन के बारे में विभिन्न विधायकों द्वारा उठाए गए प्रश्नों के उत्तर में राज्य के परिवहन मंत्री के बी. गणेश कुमार ने विधानसभा में सरकार द्वारा उठाए जा रहे इन कदमों की जानकारी दी।
कुमार ने बताया कि केएसआरटीसी के 93 डिपो में से 85 प्रतिशत अब लाभ या बिना लाभ-हानि के आधार पर परिचालन करने में सक्षम हैं, क्योंकि उन्हें बेहतर मार्गों को चुनने की अनुमति दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि डिपो में सार्वजनिक शौचालयों की दयनीय स्थिति और यात्रियों के लिए स्वच्छता सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता के मद्देनजर 10 डिपो में शौचालयों का संचालन स्वच्छता, सामाजिक सुधार और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले गैर-लाभकारी संगठन ‘सुलभ इंटरनेशनल’ को सौंपा गया है और अन्य डिपो पर भी यह पहल दोहराई जाएगी।
कुमार ने कहा कि केएसआरटीसी के माध्यम से भेजे गए माल के कभी-कभी गलत डिपो पर उतार दिए जाने की समस्या होती है, इसलिए वह एक ‘स्टार्ट-अप’ के साथ सहयोग करने पर विचार कर रहा है, जिसने घर-घर कूरियर सुविधा प्रदान करने के लिए परिवहन निगम से संपर्क किया है।
इसके अतिरिक्त केएसआरटीसी बसों को चरणबद्ध तरीके से सीएनजी में परिवर्तित किया जा रहा है क्योंकि प्रत्येक बस में इस बदलाव पर10-11 लाख रुपये की लागत आती है।
मंत्री ने कहा, ‘‘केवल लंबी दूरी की बसों को ही सीएनजी में परिवर्तित किया जा रहा है, क्योंकि शहरों के अंदर उनका संचालन लाभदायक या ईंधन कुशल नहीं है।’’
सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर में आगामी वार्षिक मंडलम-मकरविलक्कू तीर्थयात्रा के बारे में मंत्री ने कहा कि सभी तैयारियां कर ली गई हैं और इस उद्देश्य के लिए पर्याप्त वाहनों की व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर केएसआरटीसी बसों का उपयोग तीर्थयात्रियों को मंदिर से लाने-ले जाने के लिए किया जाता है।
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