जयपुर, 13 अप्रैल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 'स्वास्थ्य का अधिकार' कानून का जिक्र करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि राजस्थान कानून बनाकर नागरिकों को स्वास्थ्य का अधिकार देने वाला देश का पहला राज्य बन गया है और उनकी सरकार इस कानून का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी।
राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार के निर्णयों से राजस्थान आज चिकित्सा के क्षेत्र में 'मॉडल स्टेट' बनकर उभरा है।
राज्य के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 'स्वास्थ्य का अधिकार' कानून लागू किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत 25 लाख रुपए तक का निशुल्क इलाज दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा 10 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा भी आमजन को दिया जा रहा है और महंगी जांचें और दवाइयां भी मुफ्त में उपलब्ध करवाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) ने शानदार कार्य किया। कोरोना महामारी में प्रदेशवासियों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों से आए मरीजों को भी आरयूएचएस से बेहतरीन उपचार मिला।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
गहलोत ने दीक्षान्त समारोह में उपाधियां तथा पदक प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों एवं चिकित्सकों को बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
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