श्रीलंका अगर जीत दर्ज करता है तो दो मैच की श्रृंखला में न्यूजीलैंड का सूपड़ा साफ करेगा और इस टीम के खिलाफ 15 साल में पहली टेस्ट श्रृंखला जीतेगा।
फॉलोआन खेलने उतरे न्यूजीलैंड को पारी की हार टालने के लिए अब भी 315 रन की दरकार है।
मैच के तीन दिन के भीतर खत्म होने की संभावना थी लेकिन खराब रोशनी के कारण अंपायरों ने 20 ओवर शेष रहते खेल को रोकने का फैसला किया।
दिन का खेल खत्म होने पर टॉम ब्लंडेल 47 जबकि ग्लेन फिलिप्स 32 रन बनाकर खेल रहे थे। दोनों छठे विकेट के लिए 78 रन जोड़ चुके हैं।
तीसरे दिन न्यूजीलैंड की टीम ने 13 विकेट चटकाए जिसमें सुबह के सत्र के नौ विकेट भी शामिल हैं।
न्यूजीलैंड ने दिन की शुरुआत पहली पारी में दो विकेट पर 22 रन से की और सुबह के सत्र में पहली पारी के बाकी बचे आठों विकेट गंवा दिए जिससे टीम 88 रन पर सिमट गई। मेहमान टीम पहली पारी के आधार पर 514 रन से पिछड़ी और उसे फॉलोआन के लिए मजबूर होना पड़ा।
न्यूजीलैंड ने दूसरी पारी में सलामी बल्लेबाज टॉम लैथम (00) का विकेट पहले ही ओवर में गंवा दिया। उन्होंने पदार्पण कर रहे ऑफ स्पिनर निशान पेइरिस (91 रन पर तीन विकेट) ने आउट किया।
सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे (61) और कप्तान केन विलियमसन (46) ने दूसरे विकेट के लिए 97 रन जोड़कर पारी को संभाला।
धनंजय डिसिल्वा ने कॉनवे को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा।
पेइरिस ने इसके बाद विलियमसन और रचिन रविंद्र (12) को आउट करके न्यूजीलैंड का स्कोर पांच विकेट पर 121 रन किया।
ब्लंडेल और फिलिप्स ने हालांकि इसके बाद टीम को और झटके नहीं लगने दिए।
इससे पहले श्रीलंका के लिए पहली पारी में प्रबाथ जयसूर्या ने 42 रन देकर छह विकेट लिए जबकि पेइरिस ने 33 रन पर तीन विकेट चटकाए।
जयसूर्या को सबसे तेज 100 टेस्ट विकेट की उपलब्धि अपने नाम करने के लिए अब पांच विकेट की दरकार है। यह रिकॉर्ड 1896 से इंग्लैंड के जॉर्ज लोहमैन के नाम है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)