दुबई/इस्लामाबाद, छह फरवरी पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और 1999 में करगिल युद्ध के मुख्य सूत्रधार रहे जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के पार्थिव शरीर को दुबई से पाकिस्तान लाने वाले विशेष विमान के उड़ान भरने में देरी हो रही है। सोमवार को मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई।
वर्षों तक बीमारी से जूझने के बाद दुबई के एक अस्पताल में रविवार को मुशर्रफ का निधन हो गया था। वह 79 वर्ष के थे। वह 2016 से यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) में रह रहे थे और अमेरिकन हॉस्पिटल में इलाज करा रहे थे।
‘जियो टीवी’ की खबर के अनुसार, मुशर्रफ की पार्थिव देह को लेकर विशेष विमान को स्थानीय समयानुसार पूर्वाह्न 11:30 उड़ान भरनी थी। लेकिन विशेष विमान अभी तक दुबई नहीं पहुंचा है।
उर्दू समाचार चैनल आज न्यूज के अनुसार, ‘‘हमें बताया गया था कि विमान सोमवार सुबह परवेज मुशर्रफ के पार्थिव शरीर को लेकर दुबई से रवाना होगा। हमें देरी का कारण पता नहीं है।’’
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ के अनुसार मुशर्रफ को कराची ओल्ड आर्मी के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा और मंगलवार को जुहर की नमाज के बाद मालिर कैंट स्थित मुहार पोलो ग्राउंड में उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात में पाकिस्तान मिशन मुशर्रफ की पार्थिव देह को पाकिस्तान पहुंचाने का बंदोबस्त कर रहा है।
‘जियो टीवी’ के अनुसार पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी सेहबा मुशर्रफ, बेटा बिलाल और बेटी आयला उनकी पार्थिव देह के साथ पाकिस्तान पहुंचेंगे।
उसने बताया कि मुशर्रफ की मां को दुबई में सुपुर्दे-ए-खाक किया गया था, वहीं उनके पिता को कराची में दफनाया गया था।
मुशर्रफ ने 1999 में तख्तापलट कर तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपदस्थ कर दिया था। वह 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे।
मुशर्रफ का जन्म 1943 में दिल्ली में हुआ था और 1947 में उनका परिवार पाकिस्तान चला गया था। वह पाकिस्तान पर शासन करने वाले अंतिम सैन्य तानाशाह थे।
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