मलप्पुरम (केरल), 27 नवंबर: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस दक्षिणी राज्य के प्रति केंद्र की कथित उपेक्षा के बारे में जनता को गुमराह करने का केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर सोमवार को आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने रविवार को सीतारमण के उस दावे को लेकर जनता को गुमराह करने की कोशिश करने का आरोप लगाया, जिसमें वित्त मंत्री ने केंद्र द्वारा केरल को जरूरी निधि का समय पर आवंटन करने की बात कही थी.
विजयन ने सोमवार को केंद्र की विभिन्न आर्थिक नीतियों के फैसले के संदर्भ में कहा कि केरल को लगातार नुकसान पहुंचाने वाले कदम उठाने के बाद केंद्रीय मंत्री ने केंद्र सरकार के कार्यों को लेकर झूठ फैलाने का प्रयास किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की उधार लेने की क्षमता में कटौती करने के अलावा केंद्र सरकार ने माल एवं सेवा (जीएसटी) मुआवजा को भी समाप्त कर दिया, जबकि राज्य सरकार इसे कुछ और वर्ष जारी रखने का अनुरोध कर रही थी.
उन्होंने आरोप लगाया, ''केंद्र सरकार आर्थिक रूप से केरल का गला घोंट रही है और जब जनता उसके खिलाफ बोल रही है तो केंद्र सरकार झूठ फैला रही है तथा हमारे राज्य की जरूरतों को छिपा रही है.''] यहां तिरुर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए विजयन ने कहा कि कोविड महामारी, केरल में 2018 एवं 2019 में आई बाढ़ और देश में अपर्याप्त आर्थिक वृद्धि के मद्देनजर कई राज्यों ने जीएसटी मुआवजा जारी रखने का अनुरोध किया था.
उन्होंने कहा कि लेकिन वित्त मंत्री ने केंद्र को जीएसटी के आंकड़े राज्य सरकार द्वारा कथित तौर पर नहीं सौंपे जाने का जिम्मेदार ठहराकर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश की. विजयन ने दावा किया कि 2017-18 से विभिन्न योजनाओं के तहत केंद्र पर कई सौ करोड़ रुपये का बकाया है और उसमें से एक बड़ा हिस्सा पिछले तीन वित्तीय वर्षों का है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के अधिकारियों और मंत्रियों द्वारा केंद्र के साथ कई दौर की चर्चा के बावजूद बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया. विजयन ने कहा कि फिर भी केंद्रीय वित्त मंत्री खुद ही गलत और निराधार दावे कर रही हैं.
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