नयी दिल्ली, सात जून: दिल्ली आबकारी घोटाले से जुड़े मामले में जेल में बंद आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया की बीमार पत्नी सीमा सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि ‘103 दिनों के बाद’ पति से उनकी मुलाकात हुई और इस दौरान उनकी बातें सुनने के लिए पुलिसकर्मी उनके कमरे के बाहर खड़े थे ट्विटर पर एक संदेश में सीमा ने इस बात का जिक्र किया है कि कैसे पुलिसकर्मी उनके कमरे के बाहर खड़े थे,यह भी पढ़े: Delhi liquor Scam Case: दिल्ली HC से मनीष सिसोदिया को झटका, बीमार पत्नी के लिए नहीं मिली अंतरिम जमानत
ताकि उन दोनों पर नजर रख सकें और सात घंटे लंबी मुलाकात के दौरान उनकी सारी बातें सुन सकें सीमा ने राजनीति के साथ आने वाली चुनौतियों और बलिदानों के बारे में भी बात की और इसे ‘गंदा खेल’ बताया दिल्ली सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली आबकारी घोटाले में उनकी कथित भूमिका के लिए 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह तभी से जेल में हैं। सीबीआई के मामले में 30 मई को उच्च न्यायालय ने सिसोदिया को जमानत देने से इनकार कर दिया था सिसोदिया को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मामले में नौ मार्च को गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.
शुभचिंतकों द्वारा राजनीति से दूर रहने के शुरुआती सलाह और चेतावनियों को याद करते हुए सीमा सिसोदिया ने जोर दिया कि कैसे उनके पति अरविंद केजरीवाल और समान सोच रखने वाले अन्य लोगों के साथ जुड़ने को प्रतिबद्ध थे सीमा ने हिन्दी में एक संदेश में कहा, ‘‘जब ये लोग पार्टी बना रहे थे तो उस वक्त बहुत से शुभचिंतकों से सुनने को मिला था कि पत्रकारिता और आंदोलन तक तो ठीक है, पर राजनीति के चक्कर में मत पड़ो यहां पहले से बैठे लोग काम करने नहीं देंगे और परिवार को परेशान करेंगे, सो अलग, लेकिन मनीष की जिद थी अरविंद जी और अन्य लोगों के साथ पार्टी बनाई और काम करके भी दिखाया। इन लोगों की राजनीति ने बड़े-बड़े लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी आदि की बातें करने को मजबूर कर दिया
उन्होंने लिखा है, ‘‘आज वह जिद फिर से मनीष के चेहरे पर और बातों में दिखाई दी। जो आदमी पिछले 103 दिन से एक दरी बिछाकर फर्श पर सो रहा है, मच्छर, चीटें, कीड़े, गर्मी... इस सबकी परवाह किए बगैर आज भी उसकी आंखों में एक ही सपना है... शिक्षा के जरिये देश को खड़ा करना है, अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर ईमानदार राजनीति करके दिखानी है। भले ही कितनी मुसीबतें आएं, कितनी साजिशें हों सीमा ने लिखा है, ‘‘पिछले तीन महीने में दुनिया का शिक्षा का इतिहास पढ़ डाला है। किस देश के किस नेता ने शिक्षा पर जिद करके काम किया और फिर वे देश आज कहां से कहां पहुंच गए हैं.
जापान, चीन, सिंगापुर, इजराइल, अमेरिका... भारत की शिक्षा में क्या अच्छा हुआ, क्या कमी रह गई आज की हमारी मुलाकात में मेरी तबीयत के साथ-साथ ये बातें भी हुईंउन्होंने लिखा है, ‘‘मुझे फख्र है कि मेरा पति आज भी अपनी उसी जिद और तेवर में है अरविंद और मनीष के खिलाफ साजिशें करके वे लोग खुश होंगे कि अरविंद के सिपाही को जेल में डाल दिया है, पर मैं देख रही हूं कि तिहाड़ जेल की एक कोठरी में 2047 के शिक्षित और समृद्ध भारत का सपना मजबूती से बुना जा रहा है झूठ और साजिशों के सामने ईमानदारी और शिक्षा की राजनीति का सपना जीतेगा जरूर.
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