बेंगलुरु, 27 जुलाई: कर्नाटक में सत्ता में आने के दो महीने के अंदर ही कांग्रेस के अंदर असंतोष पनपने की खबरों के बीच मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बृहस्पतिवार को यहां पार्टी विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता की. बताया जाता है कि बैठक में विधायकों एवं मंत्रियों ने अपने विचार प्रकट किये तथा अपना -अपना रूख सामने रखा. उसके बाद मुख्यमंत्री ने उनसे अपनी शिकायतें सीधे उन्हें बताने तथा पार्टी के मंच पर चर्चा करने की सलाह दी. यह भी पढ़ें: राहुल गांधी और बच्चे में कोई फर्क नहीं, उनके ट्वीट से लोगों को मजा आता है: BJP सांसद निशिकांत दुबे
यह बैठक इस मायने से अहम है कि यह ऐसे समय हुई है जब खबर है कि 30 विधायकों ने सिद्धरमैया एवं पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विकास काम नहीं होने को लेकर चिंता प्रकट की है. बताया जाता है कि विधायक नाराज हैं और उनकी शिकायत है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में काम नहीं करवा पाते हैं, उनके अनुरोध के हिसाब से (सरकारी कर्मियों के) तबादले नहीं होते हैं. उन्होंने मंत्रियों को लेकर खासकर उनके असहयोगात्मक रवैये को लेकर अपनी नाखुशी प्रकट की है.
हाल में वरिष्ठ पार्टी नेता और विधानपरिषद सदस्य बी के हरिप्रसाद ने बयान दिया था कि उन्हें पता है कि ‘कैसे मुख्यमंत्री बनाया और हटाया जाता है.’ उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने दावा किया कि सरकार को गिराने के लिए सिंगापुर में साजिश रची जा रही है.
इन बातों ने अटकलों को जन्म दिया एवं ये इस बात का संकेत हैं कि सत्तारूढ़ दल में सबकुछ ठीकठाक नहीं है. वैसे सिद्धरमैया एवं शिवकुमार ने कहा कि पार्टी में कोई असंतोष नहीं है तथा विधायकों से उन्हें जो पत्र मिला है वे विधायक दल की बैठक बुलाने के लिए थे न कि शिकायत करने के लिए.
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