जलपाईगुड़ी (प.बंगाल), 29 अप्रैल : पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी (Shubhendu Adhikari) ने एक लड़की की मौत की जांच केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराये जाने की शुक्रवार को मांग की. लड़की ने उसके साथ बलात्कार के प्रयास के आरोप को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी. उसे पुलिस में की गई शिकायत को वापस लेने के लिए कथित तौर पर धमकी दी गई थी, जिसके बाद उसने खुद को आग लगा ली थी. अधिकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 17 विधायकों के साथ जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी थाना क्षेत्र स्थित 14 वर्षीय किशोरी के घर गये. उन्होंने लड़की के परिवार को आश्वासन दिया कि अगर वे सीबीआई जांच के अनुरोध को लेकर अदालत जाना चाहते हैं तो भाजपा उन्हें हर तरह की कानूनी मदद देगी.
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि केवल सीबीआई जांच ही सच्चाई सामने ला सकती है. राज्य पुलिस सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनसे कहा है कि हम दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कानूनी सहायता मुहैया कराएंगे.’’ पुलिस ने बताया कि मामले के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. लड़की के माता-पिता ने शुरू में सीबीआई जांच की मांग की थी. उन्होंने कहा कि वे पुलिस द्वारा की जा रही जांच की प्रगति से संतुष्ट हैं. लगभग एक पखवाड़े तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद सोमवार को लड़की की मृत्यु हो गई थी. एक व्यक्ति ने 28 फरवरी को लड़की के घर पर अकेली होने पर उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार करने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही उसने शोर मचाया, आरोपी मौके से फरार हो गया. यह भी पढ़ें : आजम खान के जेल से बाहर आने पर नया मोर्चा बनाने पर विचार करेंगे : शिवपाल
उसके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई. गत 13 अप्रैल को दो पुरुष लड़की के घर आए थे और उसे शिकायत वापस लेने के लिए कहा था. उन्होंने कथित तौर पर धमकी दी कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसके साथ बलात्कार किया जाएगा और उसके परिवार की हत्या कर दी जाएगी. इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता कुणाल घोष ने अधिकारी की आलोचना करते हुए कहा कि वह मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं. घोष ने कहा कि अधिकारी को भाजपा शासित राज्यों का भी दौरा करना चाहिए, जहां इस तरह के अपराध हुए हैं और इसी तरह की मांगें उठानी चाहिए.