देश की खबरें | शिवसेना का हिंदुत्व राकांपा, कांग्रेस की संगत में ‘‘मिलावटी’’ हो गया है: शेलार

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष शेलार ने सोमवार को कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का हिंदुत्व उसके नये सहयोगियों राकांपा और कांग्रेस की संगत में ‘‘मिलावटी’’ हो गया है और पार्टी को अब विचारधारा पर भाजपा-आरएसएस से एक ‘‘प्रमाणपत्र’ की जरूरत है।

एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

मुंबई, 26 अक्टूबर भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष शेलार ने सोमवार को कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का हिंदुत्व उसके नये सहयोगियों राकांपा और कांग्रेस की संगत में ‘‘मिलावटी’’ हो गया है और पार्टी को अब विचारधारा पर भाजपा-आरएसएस से एक ‘‘प्रमाणपत्र’ की जरूरत है।

शिवसेना की रविवार शाम को यहां हुई वार्षिक दशहरा रैली के दौरान ठाकरे के भाषण में कमियां निकालते हुए शेलार ने इसे ‘‘पूरी तरह से असफल’’ करार दिया।

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शेलार ने ठाकरे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के वार्षिक दशहरा भाषण की गलत व्याख्या करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि वह शिवसेना के हिंदुत्व की तुलना आरएसएस से नहीं करें।

नागपुर में रविवार सुबह भागवत द्वारा दिये गए भाषण का हवाला देते हुए ठाकरे ने कहा था, ‘‘आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदुत्व ऐसा शब्द है जिसके अर्थ को पूजा से जोड़कर संकुचित किया गया है।’’

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ठाकरे ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हिंदुत्व के बारे बयान को लेकर उनपर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा था, ‘‘उनकी तरह काली टोपी पहनने वाले लोगों के पास अगर दिमाग है तो उन्हें इस बात को समझना चाहिए।’’

दरअसल, कोश्यारी ने इस महीने के शुरू में धार्मिक स्थलों को खोलने को लेकर ठाकरे को पत्र लिखकर उनके हिंदुत्व पर सवाल उठाया था।

शेलार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आरएसएस प्रमुख के भाषण का उल्लेख (ठाकरे द्वारा) भाषण में किया गया। उद्धव जी ने आरएसएस के हिंदुत्व की तुलना आज के शिवसेना के हिंदुत्व से की। हम उनसे विनम्रतापूर्वक दोनों की तुलना नहीं करने के लिए कहते हैं।’’

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने कहा कि आरएसएस का हिंदुत्व ‘‘त्वचा है’’ जबकि ठाकरे ने सत्ता के लिए शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की हिंदुत्व की शॉल हटा दी।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बेहतर होता कि यदि उन्होंने भागवत का भाषण समग्रता से सुना होता। उन्होंने आरएसएस प्रमुख के भाषण से सुविधाजनक हिस्सों को उठाया।’’

शेलार ने कोविड-19 के प्रकोप के चलते अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ई-भूमि पूजन का विचार देने और ‘‘सीएए का पहले समर्थन करने और फिर उसका विरोध करने’’ को लेकर भी ठाकरे पर निशाना साधा।

पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि भागवत ने शिवसेना की तरह मुद्दों पर अपने रुख में घालमेल नहीं किया।

उन्होंने कहा, ‘‘उद्धव जी, आपका हिंदुत्व कांग्रेस और राकांपा की संगत में मिलावटी हो गया है। हां, हम दोहराते हैं, आपको हिंदुत्व के प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी।’’

शेलार ने कहा, ‘‘आपको इसे आरएसएस और भाजपा से लेने की जरूरत है। और हां, काली टोपी से भी।’’

मुख्यमंत्री ठाकरे द्वारा उनकी सरकार को गिराने की चुनौती दिये जाने पर शेलार ने कहा कि ठाकरे की टिप्पणी असुरक्षा से उपजी है। उन्होंने कहा कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ‘‘अपनी करनी के चलते’’ जाएगी।

शेलार ने कहा कि एमवीए सरकार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार के प्रदर्शन पर सवाल उठाने से पहले कम से कम मुंबई में ठीक तरह से प्रशासन चलाना चाहिए।

उन्होंने साथ ही कहा कि शिवसेना की दशहरा रैली में ‘‘एकमात्र प्रभावी भाषण’’ राज्यसभा सदस्य संजय राउत का था।

इस बीच, भाजपा नेता नारायण राणे ने भी कहा कि पुरानी सहयोगी पार्टी भाजपा से नाता तोड़कर ‘‘गलत तरीके से धर्मनिरपेक्ष दलों’’ के साथ गठबंधन करने के बाद ठाकरे को हिंदुत्व पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।

ठाकरे ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अपने बेटे आदित्य ठाकरे पर लग रहे आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा था, ‘‘बिहार के बेटे को न्याय के लिए शोर मचा रहे लोग महाराष्ट्र के बेटे का चरित्र हनन करने में लगे हैं।’’

ठाकरे की टिप्पणी का जवाब देते हुए, राणे ने अपने पहले के दावे को दोहराया कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की ‘‘हत्या’’ की गई थी।

उन्होंने कहा, ‘‘हत्या के आरोपी एक दिन सलाखों के पीछे जाएंगे। उनमें से एक मंत्री होगा, जो उनका (ठाकरे का) पुत्र है?’’

शिवसेना के पूर्व नेता राणे ने हालांकि, अपने दावे के समर्थन में सबूत नहीं दिये और उक्त मंत्री का नाम भी नहीं लिया।

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