
जयपुर/महाकुंभनगर, आठ फरवरी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में राजस्थान मंत्रिमंडल की शनिवार को हुई बैठक में देवस्थान विभाग से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राज्य के मंत्री और विधायक प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में शनिवार को पवित्र स्नान करने गए थे।
एक बयान में बताया गया कि मंत्रिमंडल की बैठक में देवस्थान विभाग से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें देवस्थान विभाग के प्रत्यक्ष प्रभार श्रेणी के 390 मंदिरों एवं आत्म निर्भर श्रेणी के 203 मंदिरों में सेवा पूजा, भोग, प्रसाद, उत्सव, पोशाक, जल एवं प्रकाश, सुरक्षा संचालन व्यवस्था आदि के लिए भोगराग को दोगुना करते हुए तीन हजार रुपए प्रति मंदिर प्रति माह किए जाने का निर्णय लिया गया।
इसमें बताया गया कि एक और महत्वपूर्ण फैसला करते हुए देवस्थान विभाग में प्रत्यक्ष प्रभार वर्ग एवं आत्म निर्भर मंदिरों में कार्यरत अंशकालीन पुजारियों को दिए जा रहे मानदेय को पांच हजार रुपए से बढ़ाकर 7,500 रुपए प्रतिमाह करने की स्वीकृति प्रदान की गई।
देवस्थान विभाग द्वारा प्रबंधित एवं नियंत्रित राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार के छह मंदिरों तथा आत्म निर्भर श्रेणी के 26 मंदिरों के जीर्णोद्धार, मरम्मत एवं विकास कार्यों के लिये 101 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
राज्य के बाहर स्थित देवस्थान विभाग के मंदिरों का सर्वेक्षण करवाते हुए उनकी वास्तविक संख्या पता कर इन्हें सूचीबद्ध किया जाएगा। जीर्ण-शीर्ण हो चुके ऐसे मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए 25 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
इन निर्णयों की स्वीकृति भी मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदान की गई।
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