मुंबई, आठ दिसंबर उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 160 अंक लाभ में रहा। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच चुनिंदा बैंकों और वाहन शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी रही।
भाजपा के गुजरात में रिकॉर्ड जीत के साथ बाजार में तेजी आई। हालांकि हिमाचल प्रदेश में उसे हार का सामना करना पड़ा है।
कारोबारियों के अनुसार विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख से तेजी पर अंकुश लगा।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 160 अंक की बढ़त के साथ 62,570.68 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में 13 लाभ में जबकि 17 नुकसान में रहे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 48.85 अंक की तेजी के साथ 18,609.35 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स शेयरों में एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, एल एंड टी, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रूप से लाभ में रहे। इनमें 2.71 प्रतिशत तक की तेजी रही।
दूसरी तरफ, सन फार्मा सबसे अधिक 3.57 प्रतिशत नीचे आया। कंपनी के गुजरात स्थित हलोल कारखाने को अमेरिकी दवा एवं खाद्य प्रशासन (यूएसएफडीए) की तरफ से आयात सतर्कता सूची में डालने से कंपनी का शेयर नीचे आया।
वहीं, नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में पावरग्रिड, टीसीएस, नेस्ले इंडिया, विप्रो, कोटक बैंक और बाजाज फाइनेंस शामिल हैं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद घरेलू बाजार बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। इसका कारण आर्थिक नरमी और फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में वृद्धि की आशंका से वैश्विक बाजारों में गिरावट है। मंदी की आशंका से आईटी और दवा कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ा। वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने बाजार को समर्थन देना जारी रखा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक बाजार में यह उतार-चढ़ाव बना रह सकता है क्योंकि बाजार को अगले सप्ताह जारी होने वाली अमेरिका में फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति और मुद्रास्फीति के आंकड़े का इंतजार है।’’
अमेरिका में बृहस्पतिवार को बेरोजगारी आंकड़ा जारी होने से पहले वैश्विक बाजारों मिला-जुला रुख रहा।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार में समय आधारित सुधार देखने को मिल रहा है और कमजोर वैश्विक रुख से पुनरुद्धार में देरी हो रही है। हमारा मानना है कि यह स्थिति कुछ समय तक बनी रह सकती है। हालांकि बैंक शेयरों के साथ सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले कुछ शेयरों में लिवाली से भविष्य में तेजी देखने को मिल सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सुझाव है कि निवेशक शेयर आधारित रुख के साथ कारोबार करें...।’’
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा जबकि हांगकांग का हैंगसेंग मजबूत रहा।
यूरोप के बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में मिला-जुला रुख रहा।
इस बीच, ब्रेंट क्रूड तेल 28 सेंट लाभ के साथ 77.45 पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक बिकवाल बने हुए हैं। उन्होंने बुधवार को 1,241.87 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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