Sensex Update: सेंसेक्स 75,000 अंक के स्तर को पार करने के बाद फिसला, 59 अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ

स्थानीय शेयर बाजारों में रिकॉर्ड तेजी पर मंगलवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 59 अंक के नुकसान में रहा. हालांकि, शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स एक समय पहली बार 75,000 अंक के स्तर को पार कर गया था. वहीं निफ्टी ने भी अपना नया सर्वकालिक उच्चस्तर छुआ था.

Bombay Stock Exchange | PTI

मुंबई, 9 अप्रैल : स्थानीय शेयर बाजारों में रिकॉर्ड तेजी पर मंगलवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 59 अंक के नुकसान में रहा. हालांकि, शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स एक समय पहली बार 75,000 अंक के स्तर को पार कर गया था. वहीं निफ्टी ने भी अपना नया सर्वकालिक उच्चस्तर छुआ था. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 58.80 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 74,683.70 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान, एक समय यह 381.78 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 75,124.28 अंक पर पहुंच गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 23.55 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,642.75 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 102.1 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की तेजी के साथ अपने अबतक के उच्चतम स्तर 22,768.40 अंक पर पहुंच गया था.

सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, विप्रो और आईटीसी प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं. दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, नेस्ले और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं. एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट में सोमवार को मिला-जुला रुख रहा. यह भी पढ़ें: Allahabad HC react on POCSO Act: क्या आरोपी और पीड़ित के बीच समझौते से पॉक्सो केस हो सकता है रद्द? जानें इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू शेयर बाजार कारोबार के दौरान नये शिखर पर पहुंच गया था लेकिन बाद में मुनाफावसूली से यह नुकसान में रहा. इसका कारण अमेरिका में कल जारी होने वाले मुद्रास्फीति के आंकड़ें हैं. इसके आधार पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के आने वाले समय में नीतिगत दर में कटौती के बारे में अंदाजा लगेगा. हाल में उम्मीद से बेहतर रोजगार और विनिर्माण के आंकड़ों को लेकर भी चिंता बढ़ी है. इसको देखने से लगता है कि इस साल नीतिगत दर में कटौती आगे खिसक सकती है.’’ शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 684.68 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत चढ़कर 90.54 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. सेंसेक्स सोमवार को 494.28 अंक चढ़ा था जबकि निफ्टी 152.60 अंक के लाभ में रहा था.

Share Now

\