श्रीनगर, नौ अप्रैल कश्मीर घाटी में आतंकवादी घटनाओं में ताजा बढ़ोतरी को लेकर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकी हमलों के मद्देनजर सुरक्षा बल सतर्क हैं और हालात से निपटने के लिए रणनीति के तहत काम किया जा रहा है।
उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा कि एक रणनीति के तहत काम हो रहा है, लेकिन वह मीडिया में इसकी चर्चा नहीं कर सकते।
सिन्हा ने कहा, ‘‘जब कभी कोई बड़ा कार्यक्रम होता है, तो कुछ लोग संदेश देने की कोशिश करते हैं। लेकिन सेना, पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवान चौकन्ना हैं, इसलिए डरने की जरूरत नहीं है।’’
घाटी में मंदिरों के जिर्णोद्धार के सवाल पर उपराज्यपाल ने कहा कि इस दिशा में लोग सरकार का इंतजार किये बगैर खुद आगे आये हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म से संबंधित धार्मिक स्थलों को अच्छी तरह से रखना जरूरी है, चाहे वह मंदिर, मस्जिद, गुरद्वारा या गिरजाघर हो।
सिन्हा ने कहा कि श्रीनगर में हाल ही में लंबे समय से बंद पड़े एक चर्च के अलावा मंदिरों और मस्जिदों का भी पुनरुद्धार किया गया। मंदिरों में तोड़फोड़ के सवाल पर सिन्हा ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की गई है।
इसके पहले सेना की चिनार कोर की ओर से आयोजित ‘सही रास्ता’ कार्यक्रम में उपराज्यपाल ने अपने भाषण में कहा कि युवा मन में शांति, स्वार्थरहित सेवा और समाज की तरक्की के आदर्शों के प्रति बहुत लगाव है।
सिन्हा ने कहा, ‘‘युवओं समेत पूरे समुदाय पर यह एक बड़ी जिम्मेदारी है कि वह उन लोगों को बेनकाब करें जो आतंकवाद को उचित ठहराते हैं या इसका समर्थन करते हैं।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)