इस्लामाबाद, 30 अप्रैल पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में दो साल की एक बच्ची पोलियो से संक्रमित पाई गई है। एक सप्ताह के भीतर पाकिस्तान में पोलियो का यह दूसरा मामला सामने आया है।
पोलियो के दो मामले सामने आने के बाद पाकिस्तान के स्वास्थ्य अधिकारी चिंतित हो गए हैं, क्योंकि देश में आगामी ईद की छुट्टियों के मद्देनजर बड़े पैमाने पर लोगों के आवागमन में वृद्धि होने के कारण पोलियो के वायरस के फैलने का खतरा भी काफी बढ़ गया है।
अफगानिस्तान के अलावा पाकिस्तान दुनिया के उन दो देशों में शामिल है, जहां पोलियो खत्म होने की स्थिति में है। पोलियो का वायरस बेहद संक्रामक माना जाता है।
जब तक पोलियो का सफाया नहीं हो जाता, तब तक दुनिया भर के बच्चों को जीवन भर लकवा होने या वायरस से मृत्यु होने का खतरा बना रहता है।
पाकिस्तान की ओर से शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ''आज, एनआईएच, इस्लामाबाद में पाकिस्तान राष्ट्रीय पोलियो प्रयोगशाला ने उत्तरी वजीरिस्तान, खैबर-पख्तूनख्वा जिले की 24 महीने की एक बच्ची के मल के नमूने से टाइप -1 जंगली पोलियो वायरस का पता लगाने की पुष्टि की है। 14 अप्रैल 2022 को बच्ची को लकवा मारने की शुरुआत हुई थी।''
इससे पहले 22 अप्रैल को 15 महीने के एक बच्चे के पोलियो वायरस के शिकार होने की पुष्टि हुई थी। दोनों ही बच्चे खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली इलाके के रहने वाले हैं।
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