जयपुर, 22 फरवरी राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने बुधवार को कहा कि स्काउट-गाइड संगठन समाज सेवा से जुड़े कार्यों में अपनी भूमिका का विस्तार करे और स्वच्छता आंदोलन, शैक्षिक जागरूकता, ग्रामीण क्षेत्रों में कुरीतियों के निवारण एवं रूढ़ियों के उन्मूलन में सक्रिय भूमिका निभाए।
राज्यपाल मिश्र राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड संस्था के जगतपुरा स्थित राज्य प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने आह्वान किया कि संगठन स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का प्रसार करते हुए ‘स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत’ के लिए कार्य करे।
राज्यपाल ने कहा कि स्काउट- गाइड सिर्फ संगठन नहीं बल्कि वह विचार है जिससे विद्यार्थियों में स्वयंसेवक के रूप में कार्य करने की भावना का प्रसार होता है। उन्होंने कहा कि स्काउट-गाइड से युवा पीढ़ी को जो संस्कार मिलते हैं, उनसे व्यक्ति जीवन में निरंतर आगे की ओर बढ़ता है।
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि अगर नई पीढ़ी को बचपन से ही अच्छे संस्कारों की शिक्षा मिलती है तो उससे विद्यार्थी का ही सर्वांगीण विकास नहीं होता बल्कि इससे राष्ट्र और समाज भी सुदृढ़ होता है।
उन्होंने प्रदेश में स्काउट-गाइड की संख्या 13 लाख होने और राष्ट्रीय स्तर पर नौ अवार्ड मिलने के लिए भी राजस्थान राज्य संगठन को बधाई दी। उन्होंने राज्य के 16 हजार 600 विद्यालयों में इको क्लब के माध्यम से वृक्षारोपण, एकल इस्तेमाल प्लास्टिक उन्मूलन, खुले में शौच मुक्त जनजागृति अभियान, स्वच्छता अभियान संचालित किए जाने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में जम्बूरी आयोजन में उल्लेखनीय सहयोग के लिए प्रशासनिक अधिकारियों एवं अन्य सहयोगियों को धन्यवाद बैज और मेडल ऑफ मेरिट प्रदान किए। उन्होंने कोविड काल में एवं अन्य सामाजिक गतिविधियों में उल्लेखनीय कार्य के लिए विभिन्न मण्डल के स्काउट गाइड एवं रोवर रेंजर्स को सम्मानित किया।
शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला ने कहा कि स्काउटिंग विद्यार्थियों को सेवा और परोपकार को परम धर्म मानकर जीवन में आगे बढ़ने की सीख देता है।
राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण व्यास ने कहा कि युवाओं में अनुशासन एवं परिश्रम की भावना का विकास करने में स्काउट गाइड संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका है।
स्टेट चीफ कमिश्नर निरंजन आर्य ने कहा कि स्काउट गाइड से जुड़ने पर विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का सम्पूर्ण विकास होता है, इसलिए आधिकारिक विद्यालयों में स्काउट गाइड गतिविधियां संचालित की जानी चाहिए।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)