इस दौरान उन्होंने क्लाउड कंप्यूटिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर फोकस कर धीमी गति से चलने वाली सॉफ्टवेयर कंपनी को सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना दिया।
नडेला ने जब 2014 में कंपनी की कमान संभाली तब से माइक्रोसॉफ्ट के शेयर 1,000 प्रतिशत से अधिक बढ़ गए हैं। कंपनी का बाजार मूल्यांकन अब 3,000 अरब डॉलर है।
वेडबुश सिक्योरिटीज के विश्लेषक डैनियल इवेस ने कहा कि नडेला ने किसी तकनीकी कंपनी में अब तक का सबसे बड़ा परिवर्तन किया है। उनके आसपास कोई है तो वह एप्पल के स्टीव जॉब्स ही हो सकते हैं।
नडेला ने 10 साल पहले कर्मचारियों से अपने पहले भाषण में कहा था, ''हमारा उद्योग परंपरा का सम्मान नहीं करता है... यह केवल नवाचार का सम्मान करता है।''
नडेला माइक्रोसॉफ्ट के तीसरे सीईओ हैं। उनके नेतृत्व में तेजी से बड़े बदलाव आये। उन्होंने एज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग मंच बनाने के लिए संसाधनों का उपयोग किया। इससे कंपनी की अपने विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर लंबे समय से चली आ रही निर्भरता को कम करने में मदद मिली।
इसके साथ ही उन्होंने स्मार्टफोन बाजार में पकड़ बनाने की माइक्रोसॉफ्ट की दुर्भाग्यपूर्ण कोशिशों पर काफी हद तक लगाम लगा दी।
तकनीकी कंपनियों के शेयर विश्लेषक राइमो लेन्सचो ने कहा कि नडेला बड़ी घोषणाएं करने के बजाय यह सोचते हैं कि भविष्य में क्या होने वाला है।
इवेस ने कहा कि चाहे कैफेटेरिया में खाना बनाने वाला व्यक्ति हो, एक इंजीनियर, वित्त कार्यकारी या एक ग्राहक, वह सभी के साथ समान रूप से सम्मान का व्यवहार करते हैं।
नडेला ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर जोर देकर माइक्रोसॉफ्ट को उसकी नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
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