देश की खबरें | सारण जिला हिंसा : सोशल मीडिया साइटों को निलंबित किया गया

पटना, छह फरवरी सारण जिले के मुबारकपुर गाँव में पिछले हफ्ते एक ग्रामीण की हत्या के कारण कुछ इलाकों में बड़े पैमाने पर आगजनी एवं तोड़फोड़ के बाद बिहार सरकार ने सोमवार को वहां निषेधाज्ञा लगाने के साथ ही कई सोशल मीडिया साइटों को निलंबित कर दिया।

राज्य गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, 20 से अधिक सोशल नेटवर्किंग साइटों जिनमें फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप और टेलीग्राम आदि शामिल हैं, रात्रि 11 बजे तक सारण जिले में शांति और व्यवस्था के मद्देनजर निलंबित रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि को मुखिया प्रतिनिधि विजय राय और उसके समर्थकों पर दो फरवरी को एक विवाद को लैकर चार युवकों अमितेश सिंह, राहुल सिंह, विक्की कुमार सिंह और आकाश कुमार सिंह को बंधक बना कर उनकी बेरहमी से पिटाई किये जाने का आरोप है जिसमें से अमितेश की मौत हो गई है जबकि अन्य तीन जख्मी युवकों का इलाजरत हैं।

अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार ने बताया कि इस मामले में पांच नामजद और 50 अन्य लोगों के विरूद्ध कांड दर्ज कर

तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके घरों की कुर्की को लेकर छापेमारी और कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने बताया कि आरोपी राय के घर में तोड़फोड़ एवं आगजनी मामले में भी कांड दर्ज कर दूसरे पक्ष के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

युवकों की पिटाई से जुडा एक वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने से क्षेत्र में विशेष रूप से एक जाति समूह जिससे मृतक संबंध रखता है, के सदस्यों के बीच,तनाव बढ गया था।

सारण के पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने बताया कि मांझी थाना क्षेत्र में वर्तमान स्थिति को देखते हुए विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है और इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि वीडियोग्राफर काम पर लगाए गए हैं जो किसी भी तरह की गड़बड़ी मे संलिप्त लोगों का वीडियो बनाएंगे। उन्होंने कहा, जिले के बाहर से भी अतिरिक्त बल मंगाकर भारी संख्या में प्रतिनियुक्ति की गई है।

सोशल मीडिया पर भड़काने वालों के विरुद्ध नगर थाना कांड 108/23 दर्ज किया गया है।

मृतक के पिता ने सीबीआई जांच और मुखिया की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने मांझी थाना अध्यक्ष को भी पद से हटाने की मांग की है।

शोक संतप्त पिता ने आरोप लगाया है, ‘‘जिला प्रशासन से कोई हमारी मदद करने नहीं आया। हमारे साथ अस्पताल में भी बुरा बर्ताव किया गया। हमें अपने बेटे के शव को घर वापस ले जाने के लिए एक वाहन भी नहीं दिया गया।’’

इस बीच, भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मंत्री नीरज सिंह बबलू ने आरोप लगाया कि यह "जंगल राज की वापसी" है क्योंकि राजद एक बार फिर सत्ता में है।

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