देश की खबरें | संजय सिंह को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने का भरोसा

नयी दिल्ली, 20 दिसंबर निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह ने बुधवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफ) के बहुप्रतीक्षित चुनावों में जीत का भरोसा जताते हुए कहा कि कुश्ती जगत को पता है कि कौन खेल के लिए फायदेमंद होगा और कौन इसे नुकसान पहुंचाएगा।

उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष संजय सिंह का अध्यक्ष पद के लिए सामना राष्ट्रमंडल खेलों की पूर्व स्वर्ण पदक विजेता अनिता श्योराण से होगा। अनिता को देश के शीर्ष पहलवानों का समर्थन हासिल है जिन्होंने बृजभूषण पर अपने कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों के कथित उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

सूत्रों की माने तो बृजभूषण के समर्थन वाले संजय सिंह के पैनल को 50 सदस्यीय निर्वाचक मंडल में से कम से कम 41 का समर्थन हासिल है।

माना जा रहा है कि असम, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा के अलावा अन्य राज्य संघ संजय सिंह के पैनल के समर्थन में मतदान करेंगे।

संजय सिंह ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘पूरे कुश्ती जगत को पता है कि किसने खेल की बेहतरी के लिए काम किया और किसने इसे नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। डब्ल्यूएफआई का पिछले 11 साल में किया गया काम सबूत है कि कुश्ती के खेल ने भारत में अच्छी प्रगति की है। लोग जब वोट देंगे तो उनके दिमाग में यह बात होगी।’’

ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक तथा विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट ने जंतर-मंतर पर बृजभूषण के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की अगुआई की थी।

इन्हें वादा किया गया था कि बृजभूषण के परिवार के किसी सदस्य या सहयोगी को चुनाव लड़ने की स्वीकृति नहीं दी जाएगी।

इसी कारण बृजभूषण का बेटा प्रतीक और दामाद विशाल सिंह चुनाव में नहीं उतरे।

संजय सिंह उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण के करीबी हैं लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने उनके नामांकन को स्वीकृति दे दी।

निर्वाचक मंडल के एक सदस्य ने कहा, ‘‘बृजभूषण की क्षमता पर काफी भरोसा है कि उन्होंने खेल के स्तर में सुधार के लिए अच्छा काम किया है। उनके नेतृत्व में महासंघ की वित्तीय हालत में भी काफी सुधार हुआ। यही कारण है कि उन्हें अब भी कुश्ती जगत का समर्थन हासिल है।’’

अध्यक्ष के पद के अलावा एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, चार उपाध्यक्ष, एक महासचिव, एक कोषाध्यक्ष, दो संयुक्त सचिव और कार्यकारी परिषद के पांच सदस्यों के लिए भी चुनाव होंगे।

जुलाई में शुरू हुई चुनाव प्रक्रिया में अदालत में चलने वाले मामलों के कारण लगातार विलंब हुआ। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय महासंघ यूनाईटेड वर्ल्ड रेस्लिंग ने भी निर्धारित समय में चुनाव नहीं कराने के कारण डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया।

उच्चमतम न्यायालय ने हाल में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा चुनावों पर लगाई रोक को खारिज कर दिया जिससे चुनाव कराने का रास्ता साफ हुआ।

उच्चतम न्यायालय के चुनाव का रास्ता साफ करने के बाद निर्वाचन अधिकारी न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एमएम कुमार ने चुनाव की तारीख घोषित की।

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