संभल (उप्र), 31 दिसंबर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि शाही जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी का निर्माण वक्फ की जमीन पर किया जा रहा है, हालांकि जिलाधिकारी ने आरोपों का खंडन करते हुए उसे नगर पालिका की संपत्ति बताया।
मंगलवार को ओवैसी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘संभल की जामा मस्जिद के पास जो पुलिस चौकी बनाई जा रही है, वह वक्फ की जमीन पर है जैसा कि रिकॉर्ड में दर्ज है। इसके अलावा, प्राचीन स्मारक अधिनियम के तहत संरक्षित स्मारकों के पास निर्माण कार्य प्रतिबंधित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभल में इस माहौल बनाने के जिम्मेदार हैं।’’
उन्होंने कुछ कथित दस्तावेज संलग्न करते हुए लिखा, ‘‘यह वक्फ नंबर 39-ए, मुरादाबाद है। यह उस जमीन का वक्फनामा है जिस पर पुलिस चौकी का निर्माण हो रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार को कानून का कोई एहतराम नहीं है।’’
संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि पुलिस चौकी के निर्माण के सिलसिले में अब तक जो दस्तावेज सामने आए हैं उनके संबंध में कोई भी प्रमाणित और कानूनी पक्ष हमारे पास नहीं आया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जो दस्तावेज आए थे उनकी जांच की गई और वे अपंजीकृत दस्तावेज हैं। जांच अभी जारी है। अगर कोई व्यक्ति पुख्ता दस्तावेज लेकर आता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।’’
पत्रकारों के इस सवाल पर कि क्या यह जमीन सरकारी है या किसी और की है, पेंसिया ने कहा कि यह नगर पालिका की संपत्ति के रूप में पंजीकृत है, जिसे पुलिस चौकी बनवाने के लिए दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि यहां कोट पूर्वी मोहल्ले में शाही जामा मस्जिद के पास एक पुलिस चौकी के लिए शनिवार को औपचारिक ‘भूमि पूजन’ किया गया। संभल में पिछले माह हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी।
उन्होंने कहा कि चौकी संभल थाने के अधीन काम करेगी और गत 24 नवंबर को हुई हिंसा के मद्देनजर इसकी योजना बनाई गई थी।
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शाही जामा मस्जिद के पास नई पुलिस चौकी के लिए भूमि पूजन किया गया। यह चौकी सुरक्षा के लिहाज से बनाई जा रही है। यहां पहले से ही पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं और स्थानीय लोगों की ओर से स्थायी चौकी की मांग लंबे समय से की जा रही थी।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)