संयुक्त राष्ट्र, 3 जून : भारत ने कहा है कि आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना एक "दुखद स्थिति" को दर्शाता है. बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में परिषद के अध्यक्ष अल्बानिया की अध्यक्षता में "अंतर्राष्ट्रीय कानून के गंभीर उल्लंघन के लिए जवाबदेही और न्याय की मजबूती " पर खुली बहस के दौरान विदेश राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह ने कहा "आतंकवाद आज मानव जाति के सामने सबसे बड़ा खतरा है जो सामाजिक तनाव को बढ़ाता है, समाज को अस्थिरता और हिंसा की ओर धकेलता है."
सिंह ने कहा ''जब हम जवाबदेही की बात करते हैं, तो यह वास्तव में एक दुखद स्थिति है कि आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है. इसलिए, जवाबदेही पर कोई भी बहस आतंकवादी ताकतों द्वारा किए गए नरसंहार को ध्यान में रखे बिना अधूरी होगी, विशेष रूप से वह जो राजनीतिक उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए राज्य के तत्वों द्वारा समर्थित हैं.'' यह भी पढ़ें : Champawat By-Eelection Result: चंपावत में वोटों की गिनती शुरू, CM धामी कांग्रेस प्रत्याशी से चल रहे हैं आगे
उन्होंने परिषद में कहा कि भारत दशकों से सीमा पार आतंकवाद के संकट का सामना कर रहा है और इस वजह से हजारों निर्दोष नागरिक मारे गए हैं लेकिन वह वैश्विक आतंकवाद विरोधी प्रयासों में हमेशा सबसे आगे रहा है.