विदेश की खबरें | कूटनीतिक प्रयासों के बीच यूक्रेन की रक्षापंक्ति को कुचलने के प्रयास में रूसी बल

लगातार बमबारी के बावजूद कीव की जमीन पर रूसी सेना की प्रगति रुकी हुई है। इस बीच आशा की एक किरण उभरी है कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता में प्रगति हो सकती है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि बातचीत जारी रहेगी और युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस की मांग “अधिक यथार्थवादी” होती जा रही है।

रूस ने कीव के आसपास और शहर के भीतर के इलाकों में गोले बरसाए, जिसकी चपेट में आने के बाद 12 मंजिला एक अपार्टमेंट की इमारत आग की लपटों में घिर गई।

ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेना यूक्रेनी क्षेत्र में ज्यादा अंदर पहुंचने में असमर्थ रही है लेकिन उसने शहरों पर भारी गोलाबारी जारी रखी है। ब्रिटिश और अमेरिकी खुफिया आकलन ने लड़ाई के बारे में यूक्रेनी नेता के दृष्टिकोण का समर्थन किया।

उन्होंने राष्ट्र के नाम अपने वीडियो संदेश में कहा, “प्रयासों की अब भी आवश्यकता है, संयम बरतने की जरूरत है। कोई भी युद्ध समझौते से ही खत्म होता है।”

पेंटागन के आकलन पर चर्चा करने के लिए नाम न छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि रूसी कीव के अंदर नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने के लिए लंबी दूरी के प्रक्षेपास्त्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन उनकी जमीनी सेना देश भर में बहुत कम या कोई प्रगति नहीं कर पा रही। अधिकारी ने कहा कि रूसी सैनिक अब भी राजधानी के केंद्र से लगभग 15 किलोमीटर (9 मील) दूर हैं।

इस बीच जेलेंस्की बुधवार को अमेरिकी संसद को सीधे संबोधित करने की तैयार कर रहे हैं। उधर ब्रसेल्स में नाटो के सदस्य राष्ट्रों के रक्षा मंत्री भी बुधवार को बैठक करेंगे।

राजनयिक मोर्चे पर और जमीन पर भी घटनाक्रम आगे बढ़े हैं और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप की सबसे भारी लड़ाई के बीच यूक्रेन से निकलने वाले लोगों की संख्या 30 लाख से अधिक हो गई।

कीव की आपात एजेंसी द्वारा जारी एक बयान और तस्वीरों के अनुसार, बुधवार को मध्य कीव में 12 मंजिला अपार्टमेंट पर बम गिरने से उसकी ऊपरी मंजिल को नुकसान पहुंचा और आग लग गई, जिससे क्षेत्र में धुएं का गुबार फैल गया। बगल की इमारत को भी नुकसान पहुंचा है। एजेंसी ने दो पीड़ितों की सूचना दी, हालांकि यह नहीं बताया कि वे घायल हुए या मारे गए।

कीव क्षेत्र के प्रमुख ओलेक्सी कुलेबा ने बुधवार को कहा कि रूसी सैनिकों ने कीव के उपनगरों में लड़ाई तेज कर दी है, विशेष रूप से उत्तर पश्चिम में बुका शहर के आसपास और ज़ाइटॉमिर की ओर पश्चिम की ओर जाने वाले राजमार्ग के आसपास। उन्होंने कहा कि रूसी सैनिक राजधानी कीव की परिवहन व्यवस्था को ध्वस्त करने और रसद पहुंचाने की क्षमताओं को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि वे कीव पर कब्जा करने के लिए व्यापक हमले की योजना बना रहे हैं।

कीव के आसपास के 12 शहरों में पानी और बिजली के अलावा गैस की आपूर्ति भी बाधित हो रही है।

भारी गोलीबारी के कारण पूरे कीव क्षेत्र में बच्चों के स्कूलों, संग्रहालयों, चर्चों, रिहायशी क्षेत्रों और अन्य इमारतों को खाली करा लिया गया है।

मध्यरात्रि के आसपास रूसी युद्धपोतों ने ओडेसा के दक्षिण में तुजला के पास यूक्रेनी समुद्री तट पर मिसाइलों और गोले दागकर हमला किया। यूक्रेन के आंतरिक मंत्रालय के सलाहकार एंटोन गेराशचेंको ने यह जानकारी दी।

यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रात में जोरदार धमाका हुआ। यहां के अस्पताल के कर्मचारियों और स्वास्थ्यकर्मियों को दो मोर्चों पर लड़ाई लड़नी पड़ रही है। एक तरफ देश में युद्ध छिड़ा हुआ है जबकि दूसरी तरफ इन लोगों को देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण भी चुनौतीपूर्ण हालात का सामना करना पड़ रहा है।

कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहे शहर के प्रमुख स्वास्थ्य सुविधा केंद्र खारकीव क्षेत्रीय नैदानिक संक्रामक रोग अस्पताल ने अपनी खिड़कियों को पूरी तरह से बंद कर दिया है और प्रत्येक दिन उसे नयी-नयी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

अस्पताल के निदेशक पावेल नार्तोव ने कहा कि हवाई हमले के सायरन रोजाना कई बार बजते हैं, जिससे नाजुक मरीज अस्पताल के अस्थायी बम आश्रय में चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) के मरीजों को वेंटिलेटर पर रखने की प्रक्रिया सबसे कठिन और जोखिम भरी है, लेकिन साथ ही सबसे महत्वपूर्ण भी है। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन के टैंक को लगाने की प्रक्रिया सबसे जटिल मानी जाती है।

रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने दावा किया कि रूस ने यूक्रेन में अपने “विशेष सैन्य अभियान” की शुरुआत के बाद से 111 यूक्रेनी विमान, 160 ड्रोन और 1,000 से अधिक टैंक या अन्य सैन्य वाहनों को नष्ट कर दिया है।

यूक्रेनी उप प्रधानमंत्री इरीना वीरेशचुक ने बुधवार को उन खबरों पर निराशा व्यक्त की कि रूसी सेना ने मंगलवार को दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल के एक अस्पताल में 400 चिकित्साकर्मियों और अन्य लोगों को बंधक बना लिया।

एपी

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