मुंबई, 29 नवंबर शेयर बाजारों में तेजी और पूंजी बाजार में विदेशी निवेशकों का आकर्षण बढ़ने के बीच रुपये ने बुधवार को लगातार दूसरे दिन तेजी जारी रखी और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे की बढ़त के साथ 83.32 के भाव पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से रुपये को समर्थन मिला। हालांकि तेल उत्पादक देशों की महत्वपूर्ण बैठक से पहले कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से रुपये की मजबूती पर अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.30 पर मजबूती से खुला और दिन के कारोबार में यह 83.28 के ऊपरी तथा 83.33 के निचले स्तर तक पहुंचा।
कारोबार के अंत में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.32 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले दो पैसे की बढ़त दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले छह पैसे बढ़कर 83.34 पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि पिछले तीन सत्रों में घरेलू शेयर बाजारों में तेजी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली से भारतीय रुपये में तेजी आई।
चौधरी ने कहा कि आयातकों की तरफ से महीने के अंत में डॉलर मांग आने से रुपये में मामूली गिरावट आ सकती है। निकट भविष्य में डॉलर के मुकाबले रुपये की हाजिर कीमत 83 रुपये से 83.60 रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत बढ़कर 102.88 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.11 प्रतिशत बढ़कर 82.59 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 727.71 अंक बढ़कर 66,901.91 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने हुए हैं। उन्होंने बुधवार को 71.91 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
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