मुंबई, दो नवंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को छह पैसे मजबूत होकर 83.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अपनी नीतिगत बैठक में थोड़ा नरम रुख जताने के बाद डॉलर अपने उच्च्तम स्तर से नीचे आ गया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख और जोखिम लेने की धारणा में सुधार से रुपये को मदद मिली।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें पूर्वस्तर पर बरकरार रखीं। फेडरल रिजर्व के फैसले के बाद डॉलर सूचकांक में नरमी आई और 10 साल का बॉन्ड प्रतिफल घटकर 4.70 प्रतिशत पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.23 पर खुला और अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले दो पैसे मजबूत होकर 83.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपये ने 83.19 के उच्चस्तर एवं 83.27 के निचले स्तर को भी छुआ।
रुपया बुधवार को 83.28 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान रुपये ने 83.35 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर को छू लिया था।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष जिंस राहुल कलंत्री ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व बैठक के नतीजे के बाद डॉलर बनाम रुपया हाजिर भाव उच्चस्तर पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार में भी गिरावट आई और जिससे रुपये कमजोर हुआ है। हालांकि, अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में मुनाफावसूली हुई और अक्टूबर में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह हुआ जिससे रुपये को थोड़ा समर्थन मिला। हमें उम्मीद है कि डॉलर बनाम रुपये की यह जोड़ी 83.10-83.50 के दायरे में कारोबार कर सकती है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 106.18 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.43 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85.84 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 489.57 अंक की तेजी के साथ 64,090.90 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,261.19 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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