मुंबई, 12 जनवरी घरेलू शेयर बाजार में सुधार के रुख और विदेशों में डॉलर के कमजोर पड़ने से मंगलवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अपनी आरंभिक हानि से उबरता हुआ 15 पैसे बढ़कर 73.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का निरंतर प्रवाह बने रहने से रुपये की तेजी को बल मिला लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से लाभ पर कुछ अंकुश लग गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 73.42 रुपये प्रति डालर पर कमजोर खुला तथा कारोबार के दौरान 73.24 के उच्च स्तर और 73.44 के निम्न स्तर के बीच झूलने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 15 पैसे ऊंचा रहकर 73.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इससे पहले सोमवार को रुपया 73.40 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ था।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत गिरकर 90.38 अंक रहा।
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का मानक माने जाने वाला ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.71 प्रतिशत बढ़कर 56.61 डालर प्रति बैरल हो गया।
रिलायंस सिक्युरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा, ‘‘स्थानीय शेयर बाजारों में विदेशी मुद्रा प्रवाह बढ़ने से भारतीय रुपया अमेरिकी डालर के मुकाबले मजबूत रहा लेकिन डालर सूचकांक के करीब करीब स्थिर रहने से मजबूती पर कुछ अंकुश लग गया जबकि इस मंगलवार को अमेरिकी ट्रेजरी प्राप्ति बढ़ गई।’’
अय्यर ने कहा एशियाई मुद्राओं में मिला जुला रुख रहा। चीन का युआन मजबूत हुआ जबकि कोरिया का वॉन मामूली कमजोर रहा। बहरहाल, निवेशकों की नजर खुदरा मुद्रा सफीति और आईआईपी के आंकड़ों पर रहेगी।
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