मुंबई, 11 जून विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा स्थानीय शेयर बाजार में सुस्ती के रुख के बीच मंगलवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नौ पैसे की गिरावट के साथ 83.59 पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि तेल आयातकों की बढ़ती डॉलर मांग और अमेरिका से उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों के कारण डॉलर मजबूत हुआ। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने भी स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.49 पर खुला और कारोबार के दौरान दिन के निचले स्तर 83.59 तक जाने के बाद अंत में नौ पैसे की गिरावट के साथ 83.59 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 10 पैसे कमजोर होकर 83.50 पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि मजबूत अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण रुपया थोड़ा नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, सकारात्मक वैश्विक बाजार और ताजा विदेशी निवेश रुपये को निचले स्तर पर सहारा दे सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका से मुद्रास्फीति के आंकड़ों के आने से पहले व्यापारी सतर्क रह सकते हैं। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के नतीजों से पहले निवेशक भी सतर्कता का रुख अपना सकते हैं।
चौधरी ने कहा कि फेडरल रिजर्व द्वारा अपनी मौद्रिक नीति को अपरिवर्तित रखे जाने की उम्मीद है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत की तेजी के साथ 105.25 पर पहुंच गया।
ब्रेंट कच्चा तेल 0.05 प्रतिशत घटकर 81.59 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 33.49 अंक की गिरावट के साथ 76,456.59 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने मंगलवार को 111.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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