बाजार विश्लेषकों ने कहा कि तेल विपणन कंपनियों और आयातकों की डॉलर मांग के कारण भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मामूली गिरावट के साथ 74.20 रुपये पर खुला और बाद में 74.30 रुपये प्रति डॉलर तक नीचे चला गया। अत में यह पांच पैसे की गिरावट के साथ 74.24 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इससे पिछले कारोबारी दिवस यानी मंगलवार को यह 74.19 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की तेजी के साथ 92.93 हो गया।
वैश्विक मानक माने जाने वाला ब्रेंट कच्चा तेल का वायदा भाव 0.15 प्रतिशत घटकर 70.94 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक, श्रीराम अय्यर ने कहा कि तेल विपणन कंपनियों और आयातकों की डॉलर मांग के कारण रुपये में गिरावट आई।
उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अपने विदेशीमुद्रा भंडार बढ़ाना जारी रखने की उम्मीदों के चलते डॉलर की सटोरिया मांग होने की आशंका के कारण भी रुपये में गिरावट रही।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा कि पिछले दो दिनों में कच्चातेल कीमतों में वृद्धि के कारण रुपये की धारणा प्रभावित हुई जहां ब्रेंट क्रूड तेल की कीमत करीब नौ प्रतिशत बढ़कर 71 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 14.77 अंक या 0.03 प्रतिशत के नुकसान से 55,944.21 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने मंगलवार को 1,644.91 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।
राजेश
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