मुंबई, 11 जुलाई अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया दो पैसे की गिरावट के साथ 83.53 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बीच रुपये में गिरावट आई।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि घरेलू बाजार में मुनाफावसूली के कारण रुपये में मामूली नकारात्मक रुझान रहा, जिससे विदेशी कोषों की निकासी देखने को मिल सकती है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में रुपया 83.49 पर खुला लेकिन कारोबार के दौरान यह टूटता हुआ 83.59 के दिन के निचले स्तर को छू गया। अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले दो पैसे की गिरावट के साथ 83.53 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे की गिरावट के साथ 83.51 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भी रुपये पर दबाव डाल सकती हैं। हालांकि, कमजोर अमेरिकी डॉलर और सकारात्मक एशियाई मुद्राएं निचले स्तर पर रुपये को सहारा दे सकती हैं। व्यापारी मुद्रास्फीति और अमेरिका से साप्ताहिक बेरोजगारी दावों के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं।’’
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत घटकर 104.87 पर था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.24 प्रतिशत बढ़कर 85.28 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 27.43 अंक की गिरावट के साथ 79,897.34 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 8.50 अंक की हानि के साथ 24,315.95 अंक पर बंद हुआ।
चौधरी ने कहा, ‘‘मंगलवार को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद घरेलू सूचकांक लगातार दूसरे सत्र में गिरे। हालांकि, एफआईआई प्रवाह और अमेरिकी डॉलर में नरमी ने गिरावट को कम कर दिया।’’
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,137.01 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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