मुंबई, पांच जनवरी पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की वजह से निवेशकों में जोखिम उठाने की क्षमता प्रभावित हुई और यूरोप में लॉकडाऊन के कारण अधिकांश एशियाई मुद्राओं के अनुरूप अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया भी अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 15 पैसे की गिरावट दर्शाता 73.17 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों के निर्बाध निवेश जारी रहने तथा विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने से रुपये की गिरावट पर कुछ अंकुश लग गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 73.02 प्रति डॉलर पर अपरिवर्तित रुख के साथ खुला। यह कारोबार के दौरान 73.27 प्रति डॉलर के निम्नस्तर तथा 73.02 प्रति डॉलर के उच्चस्तर स्तर तक भी गया।
कारोबार के अंत में अमेरिकी मुद्रा के पिछले बंद भाव के मुकाबले रुपया 15 पैसे की हानि दर्शाता 73.17 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। सोमवार को रुपया नौ पैसे की तेजी के साथ चार माह के उच्च स्तर 73.02 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.19 प्रतिशत टूटकर 89.69 पर रह गया।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 260.98 अंक की तेजी के साथ 48,437.78 अंक के नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक, घरेलू पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने रहे और उन्होंने मंगलवार को 986.30 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।
वैश्विक कच्चा तेल मानक माने जाने वाले ब्रेंट कच्चा तेल वायदा की कीमत 0.72 प्रतिशत की तेजी के साथ 51.56 डॉलर प्रति बैरल चल रही थी।
राजेश
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)