मुंबई, 21 फरवरी अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया चार पैसे की गिरावट के साथ 86.68 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार पूंजी निकासी और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में सुधार के कारण रुपया नुकसान में रहा।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कमजोर घरेलू बाजार और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में सुधार के कारण शुक्रवार को भारतीय रुपये में गिरावट आई। हालांकि, कच्चे तेल में नरमी ने गिरावट पर कुछ अंकुश लगाया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, डॉलर के मुकाबले रुपया 86.50 पर सकारात्मक रुख के साथ खुला। सत्र के दौरान इसका शुरूआती लाभ जाता रहा और यह कारोबार के दौरान 86.77 के निचले स्तर पर आ गया।
कारोबार के अंत में यह 86.68 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से चार पैसे की गिरावट है।
बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 34 पैसे बढ़कर 86.64 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.22 प्रतिशत बढ़कर 106.61 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार के दौरान 0.42 प्रतिशत घटकर 76.16 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि कमजोर घरेलू बाजार और एफआईआई की बिकवाली दबाव के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। अमेरिकी डॉलर में उछाल ने रुपये पर और दबाव डाला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, रिजर्व बैंक द्वारा कोई भी ताजा हस्तक्षेप और कच्चे तेल की कीमतों में कमजोर रुख रुपये को निचले स्तरों पर सहारा दे सकता है।’’
चौधरी ने कहा कि डॉलर-रुपया हाजिर कीमत 86.50 से 87 के बीच रहने की संभावना है।
घरेलू शेयर बाजार में, 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 424.90 अंक गिरकर 75,311.06 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 117.25 अंक गिरकर 22,795.90 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 3,449.15 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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