नाटिंघम, चार अगस्त जो रूट ने एक छोर पर मोर्चा संभाले रखा लेकिन मोहम्मद शमी ने दूसरे सत्र में दो महत्वपूर्ण विकेट निकालकर इंग्लैंड को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन बुधवार को यहां चाय के विश्राम तक चार विकेट पर 138 रन ही बनाने दिये।
शमी ने दूसरे सत्र के शुरू में ही डॉम सिब्ले (70 गेंदों पर 18 रन) को आउट किया और फिर चाय के विश्राम से ठीक पहले जॉनी बेयरस्टॉ (71 गेंदों पर 29) को पवेलियन भेजा जिनके खिलाफ डीआरएस लेने का फैसला सही साबित हुआ।
रूट अभी 52 रन बनाकर खेल रहे हैं। यह टेस्ट क्रिकेट में उनका 50वां अर्धशतक है। भारत की तरफ से शमी ने 18 रन देकर दो विकेट लिये हैं जबकि जसप्रीत बुमराह (33 रन देकर एक) और मोहम्मद सिराज (42 रन देकर एक) ने पहले सत्र में सफलता हासिल की थी।
भारत ने पहले सत्र में दो विकेट निकालने के बाद शमी ने केएल राहुल के रूप में मिडविकेट पर क्षेत्ररक्षक लगाया और फिर सिब्ले को फ्लिक करने के लिये ललचाया। बल्लेबाज उनके जाल में फंस गये और राहुल ने आसान कैच लपका। सिब्ले के शॉट में नियंत्रण नहीं था।
भारतीयों ने कसी हुई गेंदबाजी की लेकिन रूट ने जब भी रन बनाने का मौका मिला उसे भुनाया। उन्होंने धैर्य दिखाया और ढीली गेंदों का इंतजार किया। उन्होंने इस बीच कुछ दर्शनीय शॉट लगाकर दबाव हटाने की कोशिश की।
खेल आगे बढ़ने के साथ गेंद थोड़ा कम स्विंग हो रही थी। ड्यूक गेंद के नरम पड़ने पर बल्लेबाजी करना कुछ आसान हो जाता है।
बेयरस्टॉ को शुरू में काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन क्रीज पर पांव जमाने के बाद उन्होंने भी रन बनाने में योगदान शुरू किया। सिराज की लगातार गेंदों पर लगातार दो चौके जड़कर उन्होंने आत्मविश्वास जगाया, लेकिन शमी ने चायकाल से ठीक पहले उन्हें पगबाधा आउट कर दिया।
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए लंच तक दो विकेट पर 61 रन बनाये और इस बीच सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स (शून्य) और जॉक क्राउली (68 गेंदों पर 27) के विकेट गंवाये।
बुमराह ने भारत स्वर्णिम शुरुआत दिलायी। इस तेज गेंदबाज ने श्रृंखला के पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर ही बर्न्स को पगबाधा आउट किया। बुमराह ने तीन आउटस्विंगर के बाद लेग स्टंप पर गेंद पिच करायी जो बर्न्स के पैड पर लगी और अपील पर अंपायर की उंगली उठ गयी। बल्लेबाज ने डीआरएस लिया लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिला।
भारतीयों ने बेहद अनुशासित गेंदबाजी की और इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाये रखा। गेंद कई अवसरों पर बल्ले के करीब से होकर गुजरी। भारत के लिये अच्छा संकेत यह रहा कि बुमराह पूरी लय में दिखे जबकि शमी ने पैनापन बनाकर रखा। शार्दुल ठाकुर और सिराज ने भी प्रभावित किया।
भारत को दूसरा विकेट सिराज ने दिलाया। उनके गेंद क्राउली के बल्ले का हल्का किनारा लेकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में पहुंची लेकिन अंपायर ने अपील ठुकरा दी। पंत की सलाह पर कोहली ने रिव्यू लिया जिसे स्पष्ट हो गया कि गेंद ने बल्ले का किनारा लिया था। भारत ने इस ओवर में पहले एक रिव्यू गंवाया था।
भारत ने अपनी बल्लेबाजी को मजबूती देने के लिये चौथे तेज गेंदबाज के रूप में शार्दुल ठाकुर को अंतिम एकादश में रखा जबकि सिराज की फॉर्म को देखते हुए उन्हें टीम में लिया गया। टीम में रविंद्र जडेजा के रूप में एकमात्र स्पिनर हैं।
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