अहमदाबाद, 21 फरवरी अपना सिर्फ दूसरा गुलाबी गेंद का टेस्ट खेलने की तैयारी कर रहे भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने रविवार को कहा कि यहां इंग्लैंड के खिलाफ दिन-रात्रि टेस्ट में गोधुली के समय बल्लेबाजी करते हुए ‘‘अतिरिक्त सतर्कता और एकाग्रता’’ दिखानी होगी।
चेन्नई में दूसरे टेस्ट में 161 रन की आक्रामक पारी खेलने वाले रोहित ने नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ भारत में हुए पहले दिन-रात्रि टेस्ट में खेले थे लेकिन तब उन्हें गोधुली के समय बल्लेबाजी नहीं करनी पड़ी थी।
रोहित ने बुधवार से यहां इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट से पहले आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मैंने अब तक टीम के अपने साथियों से ही सुना है कि यह दिमाग में रहता है। मैं बांग्लादेश के खिलाफ सिर्फ एक गुलाबी गेंद के टेस्ट में खेला हूं लेकिन उस समय (गोधुली) बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला जब सूरज ढलने वाला हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बेशक यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण होता है, मौसम और रोशनी अचानक बदल जाते हैं। आपको अतिरिक्त सतर्क और एकाग्र रहना होता है, आपको स्वयं से बात करनी होती है। सभी बल्लेबाज इस तरह की चुनौती से वाकिफ हैं। हम बस इस स्थिति को ध्यान में रखने और इसके अनुसार खेलने की जरूरत है।’’
चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला अभी 1-1 से बराबर चल रही है।
इसके अलावा रोहित मोटेरा के नवनिर्मित सरदार पटेल गुजरात स्टेडियम में क्षेत्ररक्षण करते हुए रोशनी और आसपास के माहौल से सामंजस्य बैठाने को लेकर भी चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी आप नए स्टेडियम में खेलते हो तो रोशनी से सामंजस्य बैठाना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। कल हम दूधिया रोशनी में अभ्यास करेंगे इसलिए ध्यान रोशनी और सीटों का आदी होने पर होगा क्योंकि सीटें नहीं हैं और वे चमकीली होंगी।’’
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का स्थान दांव पर लगा होने के कारण मौजूदा श्रृंखला भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए काफी महत्व रखती है।
भारत को फाइनल में जगह बनाने के लिए कम से कम एक और मैच जीतना होगा और एक ड्रॉ कराना होगा जबकि इंग्लैंड को खिताबी मुकाबले में जगह बनाने के लिए दोनों मैच जीतने होंगे।
रोहित ने कहा, ‘‘हां, बेशक हम क्वालीफाई करना चाहते हैं, हम डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाना चाहते हैं लेकिन ऐसा करने के लिए हमें काफी चीजें सही करने की जरूरत है। जब हम खेल रहे हों तो हमारा ध्यान सिर्फ इस पर होना चाहिए कि हमें जीतने के लिए क्या करना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘फाइनल में पहुंचने से पहले हमें कुछ छोटे कदम उठाने की जरूरत है। अब भी इसके लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। यह महत्वपूर्ण है कि हम वर्तमान पर रहें और अपने काम पर ध्यान दें। ’’
भारत की सीमित ओवरों की टीम के उप कप्तान ने संवाद के महत्व पर जोर दिया जो उनके अनुसार टीम की सफलता के लिए जरूरी है।
रोहित ने यूएई में पिछले इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण आस्ट्रेलिया श्रृंखला से पहले अपने रिहैबिलिटेशन पर भी बात की।
उन्होंने टेस्ट श्रृंखला से पहले आस्ट्रेलिया में 14 दिन के पृथकवास के दौरान समर्थन के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेट आस्ट्रेलिया को धन्यवाद दिया।
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