गंगटोक, एक सितंबर सिक्किम में भारी बारिश के कारण कुछ जगहों पर भूस्खलन होने से कई सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार ने लोगों से बेहद आवश्यक होने पर ही घर से निकलने को कहा है।
पूर्वी सिक्किम में सिंगतम और रंगपो के बीच ‘ट्वेंटीएथ माइल’ क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग-20 अवरुद्ध हो गया और गंगटोक से इलाके का संपर्क टूट गया। सिक्किम की राजधानी को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से जोड़ने वाला मुख्य राजमार्ग इस सप्ताह दूसरी बार उसी इलाके में दोबारा भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हुआ है।
भूस्खलन स्थल के दोनों तरफ वाहन फंस गए और पाकयोग व पंडम के की तरफ से वैकल्पिक मार्ग भी कई स्थानों पर भूस्खलन की वजह से अवरुद्ध हो गया।
पूर्वी सिक्किम जिले के अधिकारियों ने कहा कि इलाके से मलबा हटाने में कुछ वक्त लग सकता है क्योंकि भारी बारिश तो मुश्किल पैदा कर ही रही है, चट्टानों का टूटकर सड़क पर गिरने का सिलसिला भी जारी है।
पाकयोंग और पश्चिमी सिक्किम में भी कई जगहों पर भूस्खलन के कारण रास्तों पर आवाजाही बाधित हुई है।
सड़क एवं सेतु विभाग ने एक परामर्श जारी कर लोगों से बेहद जरूरी न होने पर घर से न निकलने को कहा है, क्योंकि लगातार बारिश के कारण भूस्खलन का खतरा बना है। पूरे राज्य में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और विभाग जल्द से जल्द सड़क संपर्क बहाल करने की कोशिश कर रहा है।
इस बीच एक रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया कि भारतीय सेना ने उत्तरी सिक्किम में युमथांग घाटी में फंसे 74 लोगों को बचाया है। इन लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इसमें कहा गया कि इस घटना में किसी की जान नहीं गई।
विज्ञप्ति में कहा गया कि त्रिशक्ति कोर के जवानों ने बुधवार को युमथांग घाटी से 19 किलोमीटर दूर बड़े पैमाने पर भूस्खलन के कारण फंसे पर्यटकों के बारे में सूचना मिलने पर उन्हें बचाया।
इसमें कहा गया कि भूस्खलन के कारण पर्यटकों के आठ वाहन फंस गए थे। फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित बचाया गया और उन्हें भोजन व दवाएं उपलब्ध कराई गईं।
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