चंडीगढ़, 29 फरवरी हरियाणा विधानसभा के 1966 से 2022 तक के रिकॉर्ड को डिजिटल कर दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
एक नवंबर 1966 को पंजाब से अलग होकर हरियाणा का गठन हुआ था।
गुप्ता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘वर्ष 1966 से 2022 तक, सभी पुराने रिकॉर्ड डिजिटल कर दिये गये हैं। विधानसभा सत्र आयोजित करने से संबंधित विवरण, प्रश्नकाल का ब्योरा, ध्यानाकर्षण नोटिस, विधेयक, सदन की कार्यवाही का विवरण, विभिन्न समितियों की रिपोर्ट आदि सब कुछ डिजिटल कर दिया गया है।’’
उन्होंने कहा कि यह काम आसान नहीं, बल्कि चुनौतीपूर्ण था। फिर भी इसे अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि डिजिटलीकरण पर 15 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
गुप्ता ने साथ ही कहा कि बुधवार को समाप्त हुए बजट सत्र के दौरान 13 विधेयक पारित किये गये।
उन्होंने कहा, ‘‘इस बजट सत्र के दौरान पहली बार हमने अपने कर्मचारियों और विधानसभा के अधिकारियों के लिए एक ड्रेस कोड बनाया।’’
अध्यक्ष ने बुधवार को सदन से बहिर्गमन करने और महत्वपूर्ण विधेयक पारित होने के दौरान अनुपस्थित रहने के लिए विपक्षी नेताओं पर भी निशाना साधा।
गुप्ता ने कहा, सत्र की पूरी अवधि के दौरान विपक्ष की निष्ठा नहीं दिखी।
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे राज्यपाल का अभिभाषण हो या बजट चर्चा ... कल महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए ...वे सदन में मौजूद होते तो कुछ बहुमूल्य सुझाव देकर अपना योगदान दे सकते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘बहिर्गमन करके और बाद में सदन में न लौटकर विपक्ष ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।’’
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